Upsc परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। हर साल लाखों परीक्षार्थी इस परीक्षा को देते हैं लेकिन सफलता सिर्फ कुछ ही लोगों को मिल पाती हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही आईएएस अफसर के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने कड़ी मेहनत के साथ इस परीक्षा को अच्छी रैंक के साथ पास किया। इस आईएएस अफसर का नाम सोनल गोयल हैं जो हरियाणा के पानीपत की रहने वाली हैं। सोनल ने भी इस परीक्षा को पास करने के लिए कड़ा संघर्ष किया है। एक समय पर सोनल को इस परीक्षा के बारे में कुछ नहीं पता था लेकिन फिर एक मैगज़ीन ने ही सोनल की पूरी जिंदगी को बदल दिया। सोनल अब तक देश में कई बड़े पदों पर काम कर चुकी हैं वहीं उन्हें कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं।

पढ़ाई में होशियार थी सोनल
आमतौर पर आज भी कई लोग मानते हैं कि महिलाएं कभी अपने परिवार का नाम रोशन नहीं कर सकती। लेकिन आज कहानी एक ऐसी ही महिला अफसर की जिसने अपनी कड़ी मेहनत से न सिर्फ अपने परिवार का बल्कि पूरे हरियाणा का नाम भी रोशन कर दिया है। सोनल गोयल आज कई लड़कियों के लिए भी प्रेरणा बन चुकी हैं। वहीं आज सोनल युवाओं के साथ भी इस परीक्षा को पास करने के लिए कुछ टिप्स भी साझा करती ही रहती हैं। सोनल का जन्म भी एक मध्यम वर्गीय परिवार में ही हुआ था। लेकिन शुरुआत से ही सोनल को पढ़ाई लिखाई का बेहद शौक था। शुरुआत से ही सोनल पढ़ाई में काफी अच्छी थी। ऐसे में उनका परिवार भी उनकी पढ़ाई लिखाई में उनका पूरा साथ दिया करता था। सोनल के पिता भी अपनी बेटी को हमेशा आगे बढ़ने के लिए ही प्रेरित किया करते थे और आज इसी का परिणाम हम सभी के सामने है। सोनल ने भी अपने पिता के विश्वास को कभी नहीं टूटने दिया।

ऐसे आया सिविल सेवा में जाने का विचार
दरअसल सोनल ने अपनी स्कूली शिक्षा को दिल्ली से ही पूरी किया है। 12वीं में भी सोनल को अच्छे अंक मिले थे जिसके बाद उन्होंबे दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स में स्नातक के लिए दाखिला ले लिया। इसके बाद सोनल ने कंपनी सचिव की पढ़ाई करना भी शुरू कर दिया था। हालांकि अभी तक सोनल को सिविल सेवाओं के बारे में कुछ ज्यादा नहीं पता था। लेकिन तभी उन्होंने सिविल सेवाओं से जुड़ा लेख एक मैगज़ीन में पढ़ा। बस तभी से सोनल ने सिविल सेवाओं में जाने का मन बना लिया था। हालांकि जब उन्होंने अपने पिता को इस बात के बारे में बताया तो पहले उन्होंने मना किया क्यूंकि उन्हें पता था कि ये परीक्षा कोफी मुश्किल होती है। लेकिन जब सोनल नहीं मानी तो उनके पिता ने उन्हें दूसरा प्लान भी तैयार रखने के लिए कहा। बस अपने पिता की इसी बात को ध्यान में रखते हुए सोनल ने यूपीएससी की तैयारी करना शुरू कर दिया।


सोनल का यूपीएससी का सफर
अब सोनल ने सीएस की पढ़ाई पूरी करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी में ही एलएलबी में भी दाखिला ले लिया था। इसी के साथ साथ अब उन्होंने कंपनी सचिव के तौर पर नौकरी करना भी शुरू कर दिया। सोनल इसी के साथ यूपीएससी की तैयारी भी कर रही थी। यूपीएससी को पास करने के लिए सोनल ने नौकरी के साथ साथ परीक्षा की तैयारी की थी। 2006 में पहली बार सोनल ने इस परीक्षा को दिया था। इस राउंड में सोनल ने प्री और मेन्स को पास कर लिया लेकिन उनका इंटरव्यू राउंड में चयन नहीं हो पाया था। वहीं ऐसे में भी सोनल ने हार नहीं मानी और न ही निराश हुई। अब उन्होंने अपनी गलतियों को सुधारकर वापस से तैयारी करना शुरू किया। 2007 में सोनल ने दूसरी बार परीक्षा दी और इस बार उन्हें 13वीं रैंक मिली थी।

मिल चुके हैं कई पुरस्कार
बता दें कि सबसे पहले सोनल की पोस्टिंग त्रिपुरा कैडर में ही की गई थी। यहाँ उन्हें कई परेशानी भी आई क्यूंकि यहाँ का खाना बिल्कुल ही अलग था। लेकिन ऐसे में भी सोनल ने हार नहीं मानी। कुछ सालों बाद उनकी पोस्टिंग हरियाणा में भी की गई थी। हरियाणा में भी उन्होंने कई बड़े पदों पर काम किया है। वहीं उनके काम को देखते हुए उन्हें कई नेशनल अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है। गोमती ज़िले में महिलाओं के क्षेत्र में अच्छा काम करने के लिए उन्हें मिनिस्ट्री ऑफ वुमेन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट की ओर से भी उन्हें सम्मानित किया गया था। सोनल गोयल को वुमेन ट्रांसफ़ार्मिंग इंडिया अवार्ड 2016 से भी नवाजा चुका है। वहीं आज वे सोशल मीडिया के सहारे भी कई युवाओं और महिलाओं को भी आगे बढ़ने की प्रेरणा देती ही रहती हैं। बता दें कि श्रीमति सोनल गोयल फिलहाल हरियाणा में वह कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दे चुकी हैं। डीसी से लेकर वह हुडडा प्रशासक एवं नगर निगम फरीदाबाद में कमिश्नर के पद पर रहकर बेहतरीन कार्य कर चुकी हैं। उन्होंने महिला उत्थान के लिए विशेष कार्य हैं, जिनके लिए वह कई पुरस्कारों से सम्मानित की जा चुकी हैं।