मुस्लिम महिलाओं को पर्दे के अंदर रहने की पुरानी विचारधारा है। वहीं इस विचार को पीछे छोड़ तब्बू खातून ने मिसाल कायम की। उन्होंने हौसले, पॉजिटिव एप्रोच और परिवार के सहयोग से पहले प्रयास में ही बीपीएससी परीक्षा को पास किया। गोपालगंज जिले में माझा प्रखंड के धोबवलीया गांव की बेटी तब्बू खातून ने अपने दोनो बच्चों की देखभाल करते हुए बीपीएससी परीक्षा की तैयारी की और प्रथम प्रयास में सफल भी हुई। तब्बू के सफल होने पर सभी एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशियां मनाते हुए नजर आ रहे हैं। उनके गांव में भी खुशी का माहौल है।

तब्बू खातून ने अपनी तैयारी के दौरान कई मुश्किलों का सामना किया। तब्बू की शादी पूर्वी चंपारण के निवासी जाहिद हुसैन से हुई। जाहिद रेलवे में गुड्स गार्ड की नौकरी करते हैं। तब्बू बीपीएससी परीक्षा पास कर बिहार में जिला आपूर्ति पदाधिकारी बनी।

तब्बू ने अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए तैयारी के लिए समय निकाला। उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा अपने गांव के राजकीय मकतब मध्य विद्यालय से पूरी की। आगे की पढ़ाई उन्होंने कमला राय कॉलेज, गोपालगंज से की। उसके बाद बीपीएससी की तैयारी की और पहले कोशिश में ही एग्जाम पास कर गई। उन्होंने इसका पूरा श्रेय अपने पति और परिवारवालों की दिया।

उन्होंने कहा कि वे समाज के लोगों की सेवा में तत्पर रहेंगी और अन्य महिलाओं की आवाज बनेगी। तब्बू के इस सफलता से अन्य युवाओं को प्रेरणा मिली। उनके पति जाहिद हुसैन से बातचीत में बताया की उन्होंने भी बीपीएससी परीक्षा को दिया पर सफल नहीं हुए। लेकिन उनकी पत्नी ने सफलता प्राप्त की।