वर्तमान में सोन नदी पर बिहार में 5 पुलों पर आवागमन जारी है। ये पुल कोईलवर, सहार, अरवल, दाउदनगर और डेहरी ऑन सोन में हैं। जल्द ही छठा पुल भी बनने जा रहा है। रोहतास जिले के नौहट्टा को झारखंड के गढ़वा जिले से जोड़ने वाला पांडुका पुल का बरसात बाद पूरी तरीके से चालू हो जाएगा। फिलहाल निर्माण कंपनी ने वहां पर निर्माण संबंधी अपनी व्यवस्था लगानी शुरू कर दी है।

सितंबर से शुरू हो जाएगा निर्माण
पुल निर्माण विभाग के मुख्य सहायक अभियंता सुनील कुमार के अनुसार बरसात के मौसम में निर्माण कार्य शुरू करना संभव नहीं है। संभवत: सितंबर महीने से इसका कार्य शुरू होगा। फिलहाल निर्माण स्थल पर निविदा प्राप्त कंपनी ने अपना कार्यालय, वाहनों व अन्य सामग्रियों के रखरखाव के लिए जमीन अधिग्रहण और शेड निर्माण कार्य शुरू कर दिया है।

छत्तीसगढ़ की एजेंसी को मिला है काम
पुल निर्माण का कार्य छत्तीसगढ़ राज्य के मैसर्स ब्रजेश अग्रवाल को टेंडर के माध्यम से आवंटित किया गया है। जानकारी के अनुसार पुल का निर्माण 24 माह में पूरा कर लिया जाना है। मैसर्स ब्रजेश अग्रवाल द्वारा बिहार राज्य के पंडुका गांव में चिन्हित स्थल पर मिट्टी जांच क। जानकारी के अनुसार दो किमी लंबाई वाले इस पुल में कुल 26 पिलर बनाने की स्वीकृति पुल निर्माण विभाग के द्वारा प्रस्तावित है।

120 किलोमीटर की दूरी सिमटकर हो जाएगी 20 किमी
बता दें कि गढ़वा जिला के श्रीनगर और रोहतास जिले के पंडुका के बीच सोन नदी पर पुल बन जाने से आवागमन की सुबिधा मिलेगा। वही व्यवसायिक गतिविधियां बढ़ेगी क्षेत्र का औद्यौगिक विकास होगा। साथ ही लोगों को आने जाने के लिए एकमात्र सहारा नाव ही था। बरसात के समय में नाव बहुत कम चलती थी। झारखंड के कांडी से बिहार के नौहट्टा के बीच 20 किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए लोगों को रोहतास जिले के डेहरी होकर के आना पड़ता था जो कम से कम 120 किलोमीटर पड़ता था।