सरकारी विद्यालयों के बच्चों के लिए खुशखबरी है। कोरोना महामारी के चलते स्कूलों में बंद पड़े एमडीएम योजना फिर से शुरू हो गई। सोमवार को 132 विद्यालयों के बच्चों एमडीएम खिलाया गया है। इसमें एनजीओ के माध्यम 132 विद्यालयों में एमडीएम उपलब्ध कराया गया। शेष विद्यालयों में विद्यालय शिक्षा समिति के माध्यम बच्चों को एमडीएम खिलाया गया। शहर स्थित जहांगिर टोला समीप एनजीओ के गोदाम के समीप डीईओ राजकुमार ने सोमवार को पका पकाया एमडीएम लोड वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। डीईओ ने एनजीओ के प्रतिनिधि को गुणत्तापूर्ण भोजन बच्चों को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। साथ ही साफ सफाई के प्रति विशेष हिदायत दी।

रसोई घर का किया निरीक्षण :

डीइओ ने स्वयंसेवी संस्था के कंन्द्रीयकृत रसोईघर का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने पकाया हुआ भोजन भी चखा। मौके पर जिला समन्वयक सरोज कुमार तिवारी, डीआरपी चंदन कुमार दास, प्रखंड साधनसेवी उमेश कुमार चौधरी, कार्यपालक सहायक दानिश रजा आदि मौजूद थे।

सुरक्षा मानकों का रखेंगे ध्यान:

डीईओ ने एनजीओ के प्रतिनिधि अरूण जेठी को गुणवत्तापूर्ण मीनू के अनुसार निर्धारित मात्रा में पका-पकाया भोजन ससमय विद्यालयों को आपूर्ति कराने का आदेश दिया। कहा कि साफ सफाई पर विशेष ध्यान रखेंगे। किसी तरह की अनियमितता सामने अपर कार्रवाई की जाएगी।

1940 विद्यालय हैं एमडीएम संचालित :

डीईओ ने बताया कि जिले के 1940 विद्यालय एमडीएम संचालित है। सोमवार को 1932 विद्यालयों में बच्चों को एमडीएम योजना का लाभ मिला। शेष आठ विद्यालयों में किसी कारण से एमडीएम नहीं चल पाया था। कोरोना महामारी के चलते विद्यालय बंद रहने के कारण दो साल से बच्चों को पका पकाया भोजन नहीं मिल रहा था। स्कूल खुल जाने से अब बच्चों को नियमित रूप से एमडीएम उपलब्ध कराया जाएगा। मीनू के अनुसार प्रति कार्य दिवस को बच्चों को पीएम पोषण योजना के तहत पका पकाया भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।

पहले दिन मिला मिश्रित चावल व दाल :

पहला दिन बच्चों को मीनू के अनुसार चावल मिश्रित दाल एवं हरी सब्जी विद्यालयों के बच्चों को उपलब्ध कराया गया था। जिला समन्वयक सरोज कुमार तिवारी ने बताया कि विद्यालयों में बच्चों को पका पकाया गुणवत्तापूर्ण भोजन मिलने से बच्चों के पोषण में सुधार होगा। साथ ही बच्चों की उपस्थिति में इजाफा होगी।