बिहार के नए डेप्युटी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को कहा कि अगर नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बन गए तो नीतीश कुमार भी मुख्यमंत्री बन सकते हैं। तेजस्वी यादव ने यह बयान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात से ठीक पहले दिया है। आरजेडी नेता शुक्रवार शाम 5.30 बजे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर सकते हैं। इस मुलाकात के दौरान बिहार में मंत्रिमंडल गठन पर बात होने की संभावना है।

पीएम उम्मीदवार के सवाल पर नीतीश ने जोड़े हाथ
उधर, पत्रकारों ने शुक्रवार को नीतीश कुमार से पूछा कि आपको प्रधानमंत्री के चेहरा के रूप में देखा जा रहा है। इसपर सीएम नीतीश ने हाथ जोड़ते हुए कहा, ‘देखिए भाई एक बात हम हाथ जोड़ते हुए कहते हैं उस तरह की कोई बात मेरे मन में नहीं है, लोग कहते रहते हैं, मेरे सामने भी लोग कहते हैं तो मैं हाथ जोड़ लेता हूं। हमारा काम है सबका काम करना। कोशिश करेंगे सभी दल एक साथ मिलकर साथ चलें। विपक्ष वाले सभी एक साथ चलेंगे तो बहुत अच्छा होगा। लोग मिलकर रहेंगे तो सभी समस्याओं पर बात करेंगे। अच्छा वातावरण रहेगा तो सभी का काम होगा।’

10 लाख नौकरियों के वादे को पूरा करेगी RJD: तेजस्वी यादव
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर को निशाना साधते हुए कहा कि वह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के कार्यालय स्थापित करने के लिए अपना आवास देने को तैयार हैं। राजनीतिक प्रतिशोध के लिए ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग किए जाने का आरोप लगाया जाता रहा है।

राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के युवा नेता ने 10 लाख नौकरियां प्रदान करने के अपने उस वादे को पूरा करने की प्रतिबद्धता फिर से जताई, जो उन्होंने विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान किया था। यादव ने कहा कि उनकी नवगठित सरकार 2020 में विधानसभा चुनाव के दौरान किए गए 10 लाख नौकरियां देने के आरजेडी के वादे को पूरा करेगी। बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सत्ता से हटाए जाने और धनशोधन के एक मामले में उनका नाम सामने आने के बीच, जब तेजस्वी यादव से यह पूछा गया कि क्या वह संघीय एजेंसियों के डर से परेशान हैं, उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, ‘मैं ईडी और सीबीआई द्वारा मेरे आवास के भीतर अपना कार्यालय स्थापित किए जाने का स्वागत करूंगा। अगर इससे भी शांति नहीं मिलती, तो मैं उनकी मदद नहीं कर सकता।’

उन्होंने कहा, ‘उपमुख्यमंत्री के रूप में अपने पहले कार्यकाल के दौरान भी मैं इन एजेंसियों से नहीं डरता था जबकि तब मैं बहुत छोटा था। मैं बिहार के हितों के लिए केंद्र से लड़ता रहा हूं।’ राजद प्रमुख लालू प्रसाद के छोटे पुत्र तेजस्वी ने कहा, ‘अब मैं परिपक्व हो गया हूं। मैंने विपक्ष के नेता के रूप में काम किया है और मैंने अपने पिता की अनुपस्थिति में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान अपनी पार्टी के प्रचार अभियान को भी संभाला था।’