पटनाः बिहार सरकार की तरफ से छात्रों को जल्द ही एक खुशखबरी मिलने वाली है। दरअसल बिहार में खनन के जरिए रोजगार के अवसर बढ़ाने पर सरकार का जोर है। बिहार सरकार के लिए बालू का खनन राजस्व का एक मुख्य स्त्रोत है ऐसे में बिहार सरकार इस विभाग में बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार देने पर विचार कर रही है। जल्द ही इसको लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

संसाधनों की कमी से जूझ रहा है विभाग
बालू का खनन बिहार सरकार के लिए भले राजस्व का मुख्य स्रोत हो लेकिन खनन विभाग के पास संसाधनों की काफी कमी है। इस विभाग में कई सारे सरकारी पद रिक्त पड़े हुए हैं ऐसे में खनन एवं भू-तत्व विभाग अधिकारियों और कर्मचारियों की कमी झेल रहा है। विभाग में सैकड़ों की संख्या में सहायक निदेशक, अपर निदेशक सहित अराजपत्रित कर्मचारियों के पद रिक्त पड़े हुए हैं। अब इन पदों को भरने के लिए विभाग की तरफ से कवायद शुरू की गई है, इसके लिए रोडमैप तैयार किया जा रहा है।
314 रिक्त पदों को भरने को लेकर हो रहा विचार
इन 314 रिक्त पदों को भरने से पहले, कुछ दिन पहले मुख्य सचिव ने खान एवं भू-तत्व विभाग की एक समीक्षा बैठक की थी, बैठक में यब बात उजागर हुई कि संसाधनों और कर्मचारियों की कमी से विभाग जूझ रहा है। सहायक निदेशक, अपर निदेशक के करीब 40 पद विभाग में रिक्त पड़े हैं। इनको प्रोन्नति के आधार पर भरा जाना है लेकिन विभाग में नई वैकेंसी नहीं होने के कारण प्रोन्नति से इसे भरा जाना कठिन काम लग रहा है। इसके साथ ही इस बात भी ध्यान आकृष्ट कराया गया कि अराजपत्रित पदाधिकारियों के भी तकरीबन 314 पद विभाग में रिक्त पड़े हुए हैं जो 10 वर्षों से भरे नहीं गए हैं।

अराजपत्रित कर्मचारियों के रिक्त पदों को भरने के लिए रोडमैप तैयार करने के निर्देश
इन सारी समस्याओं को सुनने के बाद मुख्य सचिव ने विभाग के अपर मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि इन रिक्त पदों को भरने के लिए बहाली का एक रोडमैप तैयार किया जाए, इसके साथ ही बहाली का पैटर्न तैयार करने पर भी काम करने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही निर्देश दिया गया है कि इस महीने के अंत तक ये सारी प्रकियाएं पूरा कर विभाग सामान्य प्रशासन विभाग को नियुक्ति के लिए सभी आवश्यक जानकारी मुहैया करा दे।