बिहार के लिए आने वाले 2 साल आधारभूत संरचना के क्षेत्र में काफी महत्वपूर्ण होंगे। राज्य में लगभग आधा दर्जन से अधिक मेगा पुल व प्रोजेक्ट अस्तित्व में आ जाएंगे। इनमें से कई परियोजनाएं सीधे तौर पर राजधानी पटना से जुड़ी हुई हैैं। इनके पूरा होने से पटना और आसपास के जिलों की यातायात व्यवस्था में बड़ा बदलाव आ जाएगा।

इनमें सबसे महत्वपूर्ण है, पटना और हाजीपुर के बीच स्थित महात्मा गांधी सेतु। इसी वर्ष मई में गांधी सेतु के जीर्णोद्धार का काम पूरा हो जाएगा। गांधी सेतु उत्तर बिहार व दक्षिण बिहार के लाइफ लाइन के रूप में है। आईये जानते है की बिहार में इन मेगा पुल व प्रोजेक्ट की क्या स्थिति है तथा ये कब तक पुरे कर लिए जायेंगे?
रजौली-बख्तियारपुर फोर लेन 2024 तक होगा पूरा
रजौली-बख्तियारपुर के बीच बन रहे फोर लेन सड़क का निर्माण वर्ष 2024 के जून तक पूरा हो जाएगा। इसकी निर्माण लागत 3,375 करोड़ रुपये है।

बख्तियारपुर-मोकामा फोर लेन सड़क दिसंबर में पूरी होगी
नए ग्रीन फील्ड एलायनमेंट पर बन रही बख्तियारपुर-मोकामा फोर लेन सड़क इसी वर्ष दिसंबर में परिचालन के लिए उपलब्ध हो जाएगी। इसकी लागत 1,408 करोड़ रुपये है।
मुंगेर से मिर्जा चौकी फोर लेन सड़क 2024 में होगी पूरी
मुंगेर से भागलपुर होते हुए मिर्जाचौकी तक नए एलायनमेंट पर बन रही फोरलेन सड़क को मार्च 2024 तक पूरा किए जाने का लक्ष्य है।

कच्ची दरगाह-बिदुपुर पुल अगले व सुल्तानगंज अगवानी घाट इसी वर्ष
राज्य सरकार की निधि से गंगा नदी पर बन रहे कच्ची दरगाह-बिदुपुर पुल का निर्माण अगले वर्ष यानि दिसंबर 2023 में पूरा हो जाएगा। वहीं सुल्तानगंज-अगवानी घाट पुल का निर्माण इस वर्ष दिसंबर में पूरा हो जाएगा।
जून 2024 तक बन जाएगा बख्तियारपुर-ताजपुर पुल
लंबी अवधि से अटके बख्तियारपुर-ताजपुर पुल का निर्माण जून 2024 तक पूरा किए जाने का लक्ष्य तय किया गया है। इसकी लागत 2,875.20 करोड़ रुपये है।

गांधी सेतु के समानांतर पुल का निर्माण सितंबर 2024 में होगा पूरा
गांधी सेतु के समानांतर बन रहे फोर लेन पुल का निर्माण 2024 के सितंबर में पूरा किए जाने का लक्ष्य है। इसकी निर्माण लागत 2,926.42 करोड़ रुपये है। इस पुल के बन जाने के बाद पटना से हाजीपुर पहुंचना बेहद आसान हो जाएगा।
राजेंद्र सेतु के समानांतर छह लेन पुल का निर्माण अगले वर्ष पूरा होगा
मोकामा में राजेंद्र सेतु के समानांतर बन रहे छह लेन पुल का निर्माण अगले वर्ष अक्टूबर में पूरा हो जाएगा। इसकी निर्माण लागत 1,161 करोड़ रुपये है। इससे बिहार के उत्तर पूर्वी हिस्से के लोगों का पटना आना-जाना आसान होगा।

पटना-गया-डोभी फोरलेन का निर्माण इसी वर्ष दिसंबर में पूरा करेंगे
एनएच-83 यानी पटना-गया-डोभी फोर लेन (127 किमी) सड़क का निर्माण इसी वर्ष दिसंबर में पूरा कर लिए जाने का लक्ष्य है। इस प्रोजेक्ट की लागत 5,519 करोड़ रुपये है। यह सड़क पटना से झारखंड और बंगाल का रास्ता आसान करेगी।