इसा एस ठाकुर भारत के राज्य बिहार की रहने वाली हैं. उनकी मां रियल एस्टेट बिजनेस में काम करती हैं. वह आज से कई साल पहले ही अमेरिका में शिफ्ट हो गई थी. अमेरिका के न्यू मैक्सिको इलाके में वह अपनी पढ़ाई पूरी कर रही थी. पढ़ाई के दौरान ही वह कई तरह के मेडल जीत चुकी है. लेकिन जब मैट्रिक की बात आई तो मैट्रिक में उन्होंने उस स्कूल में सबसे ज्यादा अंक लाकर बिहार का नाम रोशन किया.

इशा सहारा ठाकुर मूल रूप से दरभंगा जिले के रतनपुर से आती है. यहां के ग्रामीण विजय ठाकुर ने कहा कि ईशा की उपलब्धि से पूरे गांव में खुशी की लहर है. वो मिथिला समाज, मैथिली भाषा और यहां के रीति-रिवाजों को काफी बारीकी से जानती है. उन्होंने बताया कि इशा का पूरा परिवार न्यूयॉर्क शहर में रहता है. इशा ठाकुर के पिता सुजय ठाकुर अमेरिका में केमिकल इंजीनियर हैं, जबकि मां उषा ठाकुर रियल स्टेट का कारोबार करती हैं. उनके दादा महेश्वर ठाकुर अमेरिका में माइनिंग इंजीनियर के पद से रिटायर हुए थे.

मैट्रिक में सबसे ज्यादा नंबर लाने के बाद 25 सितंबर को “बेटी दिवस” के मौके पर उस स्कूल में एक प्रतियोगिता का आयोजन किया, जहाँ अमरीकी सरकार ने इसा एस ठाकुर को गोल्ड मेडल से नवाजा. यही नहीं बल्कि अमेरिका के अखबारों में इसा एस ठाकुर की तस्वीरें भी छपने लगी. लोग दूर-दूर से उससे मिलने आने लगे. जब यह बात भारत पहुंची तो भारत के लोगों ने भी खुशियां मनाया. मालूम हो कि इन दिनों सोशल मीडिया पर इसा एस ठाकुर की तस्वीरें एवं उनकी सफलता के बारे में लोग बातें कर रहे हैं. सोशल मीडिया के लगभग सभी प्लेटफार्म पर इसा एस ठाकुर की तस्वीर वायरल हो रही है.