छोटे से शहर से निकल कर वैश्विक फलक पर नाम कमाना आसान नहीं होता है। लेकिन, बिहार के एक शख्स ने ऐसा ही कुछ कर दिखाया है। जहानाबाद के रहने वाले किसलय ने वो करके दिखाया है जो कतई आसान नहीं होता। मैथ्स फॉर्मूलों को लेकर जुनून की वजह से किसलय का नाम अब लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। जाहिर है ये मौका जहानाबाद समेत पूरे बिहार के लिए खुशी का है। किसलय ने पहले 2500 से ज्यादा फॉर्मूले बनाकर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया था जिसके बाद अब 5067 फार्मूले बनाकर उन्होंने लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया है।

महान गणितज्ञ वशिष्ट नारायण को बताया आदर्श

साइंस कॉलेज पटना से पढ़ाई करने वाले किसलय बताते हैं कि कटेगरी डिसाइड करने में समय लगा, लेकिन मैथ्स के प्रति प्यार ने उनको वो पहचाना दिलायी जिसकी उन्हें तलाश थी। महान गणितज्ञ वशिष्ट नारायण को अपना आदर्श मानने वाले किसलय ने सबसे ज्यादा मैथ्मेटिक्स फार्मूले बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड में अपना नाम दर्ज कराया है।

फॉर्मूले गढ़ने के लिए पढ़ीं 500-600 किताबें

किसलय ने 5 साल की कड़ी मेहनत के बाद ये मुकाम हासिल किया है। किसलय ने फॉमूलों को गढ़ने के लिए 500-600 किताबें पढ़ीं; तब जाकर उन्हें या सफलता मिली है। किसलय आज जहानाबाद में मैथ्स गुरू के नाम से जाने जाते हैं। वो एक कोचिंग चला रहे हैं जहां छात्रों को मैथमेटिक्स पढ़ा रहे हैं। किसलय 9वीं, 10वीं और आईआईटी प्रवेश परीक्षा के लिए छात्रों को मैथ्स पढ़ाते हैं। इस उपलब्धि पर कोचिंग के छात्र भी फूले नहीं समा रहे।

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में जाने की चाहत

5067 मैथ्स फार्मूलों के साथ पहली बार किसलय ने लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है और उनका सपना है कि वह और मेहनत करके ज्यादा फॉर्मूलों के साथ गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराएंगे। अब पूर्व क्रिकेटर किसलय मैथ्स को लेकर आगे बढ़ना चाहते हैं। गणितज्ञ के तौर पर वह बिहार से आगे अंतरराष्ट्रीय पटल पर अपनी पहचान बनाना चाहते हैं।