ओडिशा के नुआपाड़ा जिले में मंगलवार को नक्सली हमले में सीआरपीएफ की 19वीं बटालियन के तीन जवान शहीद हो गए। शहीद जवानों में यूपी के एएसआई शिशुपाल सिंह, हरियाणा के एएसआई शिव लाल और बिहार के कांस्टेबल धर्मेंद्र कुमार सिंह शामिल हैं। डीजीपी एसके बंसल ने कहा कि हमारे वरिष्ठ अधिकारी मौके की ओर जा रहे हैं। सैनिकों पर हमला उस समय किया गया जब वे सड़क खोलने और सफाई अभियान में लगे थे।
जवान शहीद धर्मेंद्र रोहतास जिले के सरैया, दानवार के निवासी थे। धर्मेंद्र की शहादत की खबर कल देर शाम उनके परिवार को दी गई, तब से उनके पिता, मां और पत्नी सहित दो बच्चों की हालत खराब है।

शहीद धर्मेंद्र का 12 साल का बेटा रोशन आठवीं कक्षा में पढ़ता है। पिता की शहादत से दस साल की बेटी ‘खुशी’ पूरी तरह तबाह हो गई है। नक्सलियों से लड़ते हुए शहीद होने की सूचना मिलने के बाद से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान धर्मेंद्र कुमार सिंह के घर में मातम मना रहे हैं। धर्मेंद्र अपने पिता रामायण सिंह के बड़े बेटे थे। सीआरपीएफ में नौकरी मिलने के बाद उनकी पहली पोस्टिंग मोकामा में हुई थी।

लेकिन उड़ीसा के नौपाड़ा जिले के पथधारा इलाके में मंगलवार को नक्सलियों से लड़ते हुए शहीद हो गए। हमले को लेकर सीआरपीएफ ने बयान जारी कर कहा कि नक्सलियों ने जवानों को घेर लिया और जवानों को निशाना बनाया। जवानों पर हर तरफ से हमला हुआ, जिससे तीन जवानों की मौत हो गई। जिस स्थान पर हमला हुआ वह छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा है। नक्सली हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों की पहचान सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) शिशु पाल सिंह, एएसआई शिवलाल और कांस्टेबल धर्मेंद्र कुमार सिंह के रूप में हुई है।