सूबे में जमीन से जुड़े कार्यों को लगातार सरल बनाने की कोशिश हो रही है। इसी दिशा में रजिस्ट्री कार्यालयों की संख्या बढ़ाई जा रही है। 11 नए शहरों में रजिस्ट्री कार्यालया खोले जा रहे हैं। इनमें तीन पटना जिले में खुलेंगे। इसमें फतुहा, बिहटा और संपतचक शामिल हैं। वहीं, बक्सर जिले के डुमरांव, बेतिया के रामनगर और हाजीपुर के पातेपुर आदि में भी नए निबंधन कार्यालय खोले जाएंगे। पांच अन्य कस्बों में भी निबंधन कार्यालय खुलेंगे, जिनके नामों पर जल्द अंतिम मुहर लग जाएगी। इस बाबत निबंधन विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है। जल्द अंतिम मुहर भी लग जाएगी।

रिकॉर्ड 5215 करोड़ रुपए का हुआ राजस्व
निबंधन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में निबंधन विभाग ने 5215 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड राजस्व अर्जित किया है। इसमें छोटे-छोटे निबंधन केंद्रों की बड़ी भूमिका रही। इसके अलावा निबंधित दस्तावेजों की संख्या 12 लाख पार कर गई है। सूबे में 26 जिले ऐसे रहे, जहां लक्ष्य से अधिक राजस्व प्राप्त हुआ। इस दौरान कई इलाके ऐसे चिह्नित किए गए, जहां जमीन-फ्लैट आदि के निबंधन की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। राज्य सरकार ने ऐसे में नए निबंधन कार्यालय खोलने का निर्णय लिया है। इस वित्तीय वर्ष में निबंधन विभाग का राजस्व भी बढ़ाकर 5500 करोड़ कर दिया गया है। इसे पाने में नए निबंधन कार्यालयों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

पुराने निबंधन कार्यालयों पर कम होगा दबाव
नए निबंधन कार्यालय खुलने से ग्रामीण इलाकों के लोगों को सहूलियत होगी। इसके साथ ही विभाग का राजस्व भी बढ़ेगा। अभी पटना जिले का बिहटा, फतुहा और संपतचक इलाके सबसे तेजी से विकसित हो रहे हैं। यहां जमीन की कीमतें लगातार बढ़ रहीं हैं। नए-नए अपार्टमेंट बन रहे हैं। अब तक यहां के लोगों को निबंधन कराने के लिए पटना सिटी, पटना सदर या दानापुर आना होता था।

अब नजदीक ही निबंधन हो सकेगा। नए निबंधन कार्यालय खुलने से पुराने निबंधन कार्यालयों पर दबाव भी कम होगा। ऐसे ही बक्सर जिले का डुमरांव अनुमंडल काफी पुराना इलाका रहा है। यहां भी लंबे समय से निबंधन कार्यालय खोलने की मांग की जा रही थी। अधिकारी के अनुसार अगले पांच से छह महीने में सभी जगहों पर निबंधन कार्यालय खुल जाएंगे।