शनिवार का न्याय देवता शनिदेव को समर्पित माना गया है। इस दिन शनिदेव के साथ हनुमान जी व भगवान शिव की पूजा का भी विधान है। शनिदेव को भगवान शंकर का परम शिष्य माना गया है। कहते हैं कि शनिवार के दिन शिव चालीसा का पाठ करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों के न्यायाधीश शनिदेव हर जातक को उसके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। इसलिए शनिदेव को हर कोई प्रसन्न करना चाहता है। शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार के दिन कुछ खास उपाय करने चाहिए।

जानें शनिवार के उपाय-

शनिवार के दिन पीपल के बिना कटे-फटे 11 पत्तों को लेकर उनकी माला बनाएं। इस माला को शनि मंदिर में जाकर शनिदेव को अर्पित करें। माला अर्पित करते समय ‘ऊँ श्रीं ह्रीं शं शनैश्चराय नमः’ मंत्र का जाप करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से बाधाओं से मुक्ति मिलती है।

शनिवार के दिन किसी पीपल के पेड़ की सात बार परिक्रमा करते हुए कच्चे सूत के धागे को सात बार लपेटें। मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन में उन्नति मिलती है।

वैवाहिक जीवन सुखद करने के लिए शनिवार के दिन थोड़ा सा काला तिल लेकर पीपल के पेड़ के पास चढ़ाना चाहिए। इसके बाद जड़ में जल अर्पित करना चाहिए।

शनिवार के दिन ‘शं शनैश्चराय नमः’ मंत्र का जाप करते हुए एक काला कोयला लेकर बहते हुए जल में प्रवाहित करें। मान्यता है कि ऐसा करने से सफलता मिलती है और आय में वृद्धि होती है।

शनिवार के दिन एक लोटा जल लेकर उसमें थोड़ी चीनी डाल दें। इस जल को पीपल के पेड़ की जल में अर्पित करें। इसके साथ ही ‘ऊँ ऐं ह्रीं श्रीं शनैश्चराय नमः’ मंत्र का जाप करें। मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन में खुशहाली व सुख-समृद्धि आती है।