बिहार मतलब छठ महापर्व अगर ऐसा कहें तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। बिहार के किसी भी कोने में आप अभी चले जाइए आपको छठ महापर्व की एक समान धूम दिखेगी। लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा को लेकर बेऊर जेल प्रशासन में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिल रहा है। बेउर जेल में बंद 22 कैदी लोक आस्था का महापर्व छठ व्रत कर रहे हैं जिसमें से 12 पुरुष बंदी है, जिसमें दो सजा बार और 10 कैदी विचार दिन है। वहीं 10 महिला बंदी है, जिसमें सजावट 4 और 6000 दिन शामिल है। आदर्श केंद्रीय कारागार बेगूर में बेऊर जेल प्रशासन ने छठ पर्व कर रहे कैदियों के लिए बहुत अच्छी और उचित व्यवस्था की है। कारागार प्रशासन की तरफ से छठ व्रतियों को पूजा संबंधित सभी सामग्रियां और पुरुष वलियों के लिए वस्त्र धोती गमछा एवं महिला बंदियों के लिए साड़ी एवं समस्त पूजन सामग्री को वितरित किया गया है।

बेउर जेल में हर साल मनाई जाती है छठ महापर्व

छठ महापर्व के शुभ अवसर पर आदर्श कारागार बेउर के बंदियों के बीच अलग ही हर्षोल्लास का माहौल है। इस अवसर पर समस्त जेल की साफ-सफाई विशेष रूप से करवा दी गई है। कारा में निर्मित तालाब में सभी व्रति के द्वारा डूबते हुए एवं उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिए जाने की संपूर्ण व्यवस्था कर दी गई है जेल प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार छठ महापर्व के आयोजन को लेकर जेल के अंदर बने तालाब एवं परिसर को अच्छे ढंग से सजाया गया है। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है। छठ पर्व छठ कर रही माताओं की मदद में दूसरे कैदियों को भी पूरी तरह से लगा दिया गया है।