पटनाः बिहार में इन दिनों सियासी दलों की ओर से इफ्तार पार्टी का आयोजन लगातार हो रहा है। रमजान का महीना भले ही खत्म होने को है, लेकिन इफ्तार पार्टी पर शुरू हुई सियासत (Politics On JDU Iftar Party) थमने का नाम नहीं ले रही है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू परिवार की इफ्तार पार्टी में अचानक पहुंचकर सबको चौंका दिया था। अब जेडीयू की ओर से हज भवन में इफ़्तार की दावत दी गई है। जहां आरजेडी नेताओं के शामिल होने की संभावना है। इससे पहले उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने भी कटिहार में आरजेडी के दावत-ए- इफ्तार में शिरकत की थी। अब सबकी नजर हज भवन में हो रही इफ्तार पार्टी पर टिकी है।

तेजस्वी यादव हो सकते हैं शामिलः

जदयू की ओर से हज भवन में दावत-ए-इफ़्तार के लिए सभी प्रमुख सियासी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है। जिसमें आरजेडी, कांग्रेस, एआईएमआईएम, हम और बीजेपी के नेता शामिल हैं। लेकिन इस पार्टी में सबकी नजर लालू परिवार के सदस्यों पर रहेगी। क्योंकि आरजेडी के इफ्तार पार्टी में नीतीश कुमार ने राबड़ी आवास पर पहुंचकर सबको चौंकाया था। ऐसे में तेजस्वी यादव जदयू के इफ़्तार पार्टी में शामिल हो सकते हैं। जदयू की ओर से इफ़्तार का आयोजन अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सलीम परवेज कर रहे हैं। जो कभी आरजेडी के नेता रह चुके हैं।

कांग्रेस नेताओं को भी आमंत्रणः

सलीम परवेज जदयू से पहले आरजेडी में थे। हालांकि शुरुआत में लंबे समय तक जदयू में भी रहे हैं और बिहार विधान परिषद के उपसभापति भी रहे। नीतीश कुमार ने इस बार सलीम परवेज को ही इफ़्तार आयोजित करने की जिम्मेवारी दी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ जदयू के सभी दिग्गज नेता इफ़्तार में शामिल होंगे। वही लालू परिवार को भी न्योता दिया गया है देखना है तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी और तेज प्रताप यादव में से कौन जदयू के इफ़्तार में आते हैं। कांग्रेस नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है। साथ ही नजर बीजेपी नेताओं पर भी रहेगी।

अब्दुल बारी सिद्दीकी ने आने से किया मनाः

लालू परिवार की इफ्तार पार्टी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीजेपी के भी कई नेता शामिल हुए थे। राजधानी पटना के अलावे बिहार के अलग-अलग हिस्सों में भी इफ़्तार का आयोजन हो रहा है और वहां भी नेता दलों का बंधन तोड़ कर विपक्षी दल के नेताओं के इफ़्तार में शामिल हो रहे हैं। अब देखना ये है कि जडेयू की इस पार्टी में किस-किस दल क नेता शामिल हो रहे हैं। वैसे इस पार्टी में आरजेडी और कांग्रेस के नेताओं पर खास नजर होगी। हालांकि आरजेडी के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने इफ्तार पार्टी में आने से मना कर दिया है।

3 अप्रैल से शुरू हुआ पाक महीनाः

आपको बता दें कि रमजान का पाक महीना 3 अप्रैल से शुरू हुआ था। शनिवार 2 अप्रैल को चांद देखे जाने के बाद रविवार से रोजा रखने का ऐलान किया गया था। उसके बाद से ही सियासी गलियारों में इफ्तार की दावत शुरू हो गई थी। पहले तो उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन सुपौल में इफ्तार में शरीक हुए। उसके बाद अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान के आवास पर इफ्तार पार्टी रखी गई। इसमें सीएम नीतीश कुमार भी शरीक हुए थे। उसके बाद सीएम हाउस में इफ्तार पार्टी का आयोजन हुआ, जिसमें आरजेडी को छोड़ सभी दलों के नेताओं ने शिरकत की। वहीं, कटिहार में उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने भी आरजेडी सांसद अहमद अशफाक करीम के दावत-ए- इफ्तार में शिरकत की थी।