पटना में पुराना बाइपास की 6.79 एकड़ जमीन पर 25 हजार की क्षमता वाले परीक्षा भवन का निर्माण होगा। बुधवार को 1,अणे मार्ग में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने परीक्षा परिसर का प्रेजेंटेशन दिया। मुख्यमंत्री ने हरेक जिले की आबादी को ध्यान में रखते हुए बड़ा परीक्षा हॉल बनाने का आदेश देकर कहा कि ऐसे केन्द्र बनाने से कदाचारमुक्त और पारदर्शी तरीके से परीक्षा होगी। 

उन्होंने कहा कि पथ निर्माण विभाग और भवन निर्माण विभाग के अधिकारियों को मेट्रो का एलाइन्मेंट और बस स्टैंड को ध्यान में रखते हुए खुद स्थल निरीक्षण करना चाहिए। भारी बारिश में भी परीक्षा परिसर प्रभावित नहीं हो, इसका ध्यान रखा जाए। समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि गांधी सेतु से 100 मीटर की दूरी पर यह भवन ओल्ड बाइपास के पास बनेगा। भवन के लिए 5.78 एकड़ जमीन मिल चुकी है। शेष 1.11 एकड़ जमीन ट्रांसफर के लिए पटना के डीएम को लिखा है।

ऑनलाइन-ऑफलाइन दोनों तरह से ली जाएगी परीक्षा
परीक्षा समिति के अध्यक्ष ने बताया कि परिसर में ऑफलाइन और ऑनलाइन मोड में परीक्षा आयोजित करने की व्यवस्था होगी। ऑफलाइन परीक्षा के लिए 44 हॉल में 20,680 परीक्षार्थियों की क्षमता और ऑनलाइन परीक्षा के लिए 20 हॉल में 4,400 परीक्षार्थियों के बैठने की व्यवस्था मतलब 25 हजार 80 परीक्षार्थियों के एक साथ बैठने की व्यवस्था होगी।

क्या होंगी सुविधाएं

  • पूरे परिसर, भवन, हॉल में सीसीटीवी और जैमर की व्यवस्था होगी।
  • सभी भवनों के सभी हॉल में वेबकास्टिंग की सुविधा और परीक्षा की मॉनिटरिंग मोबाइल फोन के माध्यम से की जाएगी।
  • प्रत्येक भवन के ऊपर सोलर पैनल और एस्केलेटर की व्यवस्था होगी।
  • सुरक्षा के दृष्टिकोण से 52 सिपाहियों के रहने के लिए एक बैरक की भी सुविधा होगी।
  • सपोर्टिंग स्टाफ के लिए भी आवास की व्यवस्था रहेगी।