पूर्वी चंपारण. जिले के रमगढ़वा प्रखंड के रहने वाले मनोज कुमार एवं चिंता देवी के पुत्र आयुष कुमार ने मैट्रिक परीक्षा में 10वां स्थान प्राप्त करके जिले का नाम रोशन किया है. आयुष को 500 में 476 अंक प्राप्त हुआ है. आयुष मोतिहारी जिला स्कूल का छात्र है. वर्तमान समय में मोतिहारी के शांतिपुरी में अपने दादा-दादी, बड़ी बहन एवं छोटे भाई के साथ रहकर पढ़ाई करता है. चार भाई-बहनों में आयुष का स्थान दूसरा है. बड़ी बहन अभी B.A. कर रही है और अन्य छोटे भाई-बहन भी पढ़ाई कर रहे हैं.

बचपन से ही डॉक्टर बनने का है सपना
आयुष ने बताया कि बचपन से ही उसका लक्ष्य डॉक्टर बनना है. उनके पिता, मनोज कुमार एक किसान हैं और मां गृहिणी हैं. पोते की सफलता पर दादा रामलाल ठाकुर कहते हैं कि हमारी यही इच्छा है कि पोता की डॉक्टर बनने की मनोकामना पूरी हो. इनकी पढ़ाई में जहां तक होगा वहां तक सहयोग करेंगे. वहीं, दादी सिया देवी कहती है कि हमें पूरा भरोसा था, क्योंकि पोता दिन रात केवल पढ़ाई ही करता था।
सफलता का श्रेय
आयुष कुमार ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, अपने चाचा एवं अपने शिक्षक को दिया है. आयुष ने बताया कि उसने सेल्फ स्टडी पर ज्यादा ध्यान दिया. किताबों का गहन अध्ययन किया. वहींपढ़ाई में उसके छोटे चाचा ने भी काफी सहयोग किया. आयुष की इस सफलता के बादजिला स्कूल के प्राचार्य अरविंद कुमार ने कहा कि हमारे लिए यह बड़े ही गर्व की बात है. आयुष स्कूल में भी रेगुलर पढ़ाई करने आता था. इस दौरान वह अनुशासित स्टूडेंट की तरह रहा है.