गोरखपुरः जो मेहनत करके आगे बढ़ने का हौसला रखता है, उसे ऊंचाईयों को छूने से कोई भी नहीं रोक सकता है। कड़ी मेहनत और कुछ कर जाने की लगन गरीबी और अमीरी का फर्क नहीं देखती। इस बात को एक बार फिर पानीपूरी बेचने वाले गरीब पिता के बेटे ने सच साबित किया है. दरअसल हम बात कर रहे हैं आकाश निषाद ( Akash Nishad) की। हाईस्कूल में आकाश ने पूरे जिले में टॉप किया हैं।
आकाश चौरी चौरा गंगा प्रसाद स्मारक इंटर कॉलेज के 10वीं के छात्र हैं। उन्होंने 93.8 प्रतिशत अंक प्राप्त कर पूरे गोरखपुर जिले का नाम रोशन किया है। आकाश के पिता कन्हैया निषाद चाट फुल्की की दुकान चलाते हैं।उनकी इस अपार सफलता से पूरे परिवार में जश्न का माहौल है।

पानीपूरी का ठेला लगाते हैं आकाश के पिता
चौरीचौरा के रहने वाले कन्हैया वहीं बाजार में ही पानीपूरी का ठेला लगाते हैं। उनके परिवार के आर्थिक हालत भी ठीक नहीं है। इसी कमाई से पूरे परिवार का भरण-पोषण होता है। आकाश चार भाई और एक बहन है। सभी भाई-बहनों में आकाश सबसे छोटे हैं। आकाश ने कहा कि वो आईएएस बनना चाहते हैं।
पिता की हिम्मत लाई रंग
वैसे तो 19 जून को पूरे विश्व में फादर्स डे धूमधाम से मनाया जाएगा। यह दिन पिता के प्यार और त्याग को समर्पित है। आकाश के पिता ने भी त्याग और हौसले की मिसाल पेश की है। दरअसल, बताया जाता है कि आकाश शुरू से पढ़ाई में काफी होनहार है। 8वीं में जब अच्छे अंक मिले, तो पिता का उत्साह बढ़ा। तभी से उन्होंने आकाश को आगे पढ़ाने का फैसला कर लिया था।
उन्होंने कभी भी आकाश को पढ़ाई के अलावा कोई और काम नहीं करने दिया। पिता की हिम्मत और हौसला देख आकाश ने भी बोर्ड की परीक्षा में खूब मेहनत की और इस अथक मेहनत का परिणाम आज सबके सामने है। फादर्स डे से एक दिन पहले किसी पिता के लिए इससे बढ़िया उपहार और क्या होगा कि बेटे ने पूरे जिले में टॉप कर पिता का नाम रोशन किया है।

IAS बनना चाहते हैं आकाश
आकाश अपनी सफलता का पूरा श्रेय अपने पेरेंट्स और टीचर्स को देते हैं। आकाश ने बताया कि उनके पैरेंट्स ने कभी उन्हें दुकान का या कोई और काम नहीं करने दिया। हमेशा सिर्फ पढ़ाई करने को ही कहा। आकाश ने बताया कि उनके पापा पानीपूरी का ठेला लगाते हैं। इस छोटी सी आमदनी से ही उनके पिता परिवार का खर्च चलाते हैं और आकाश की पढ़ाई का खर्च भी उठाते हैं।बावजूद इसके उन्होंने बेटे की पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आने दी।
आकाश ने बताया कि पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करने पर ही उन्होंने आगे बढ़ने की ठानी और दिन में लगातार 5 से 6 घंटे पढ़ाई करते थे। बाकी टाइम में कोचिंग करते थे।इस अपार सफलता के बाद अब आकाश का सपना है आगे चलकर कुछ बड़ा करने का। वह इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं और आगे चलकर IAS बनना चाहते हैं। वह आईएएस बनकर एजुकेशन सिस्टम को बेहतर करना चाहते हैं।