महाराष्ट्र के वाशिम जिले की एक बेटी ने 12वीं में 90 प्रतिशत अंक हासिल कर शानदार कामयाबी हासिल की। उसके हौसले को सलाम इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि जिस दिन उसका इंग्लिश का पेपर था, उसी दिन उसके पिता की मौत हो गई। इसके बावजूद वह पेपर देने गई और परीक्षा के बाद पिता का अंतिम संस्कार किया था।

वाशिम ज़िले में वडजी गांव के रामेश्वर शेषराव बोरकर अस्थायी लिपिक का काम करते थे। 4 मार्च की सुबह उनकी ब्रेन हेमरेज से मौत हो गई। उसी दिन उनकी बेटी का 12वीं का पहला पेपर था। ऐसे में घर में पिता का शव पड़ा था। सांत्वना देने वालों की भीड़ लगी थी और बेटी साक्षी पर कभी न भुला देने वाला गम था। इसके बावजूद मां और रिश्तेदारों से साक्षी ने कहा कि वह पेपर देगी। घर में पिता की लाश होने के बावजूद साक्षी इंग्लिश का पेपर देने गई। पेपर हल कर आने के बाद उसके पिता का अंतिम संस्कार किया गया।

अब 12वीं का रिजल्ट आया है, जिसमें साक्षी ने 90 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। इंग्लिश पेपर में उसे 79 अंक मिले। साक्षी का रिजल्ट देख परिवार के सभी सदस्यों की आंखें भर आईं। आसपास के लोगों ने भी साक्षी की खूब तारीफ की है। नतीजे से खुश साक्षी बोरकर ने बताया कि आज मेरे पिता जहां भी हैं, वह खुद और मुझ पर फक्र महसूस कर रहे होंगे।