पटना. सूखे जैसे हालात का सामना कर रहे बिहार के लिए अच्छी खबर है। भारतीय मौसम विभाग ने अपने ताजा पूर्वानुमान में प्रदेश में अच्छी बारिश होने की संभावना जताई है। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बुधवार को बारिश होने की संभावना है। बिहार में पिछले कुछ सप्ताह से न के बराबर बारिश हुई है। इसके कारण प्रदेश के तकरीबन सभी हिस्सों में सूखे जैसी परिस्थिति पैदा हो गई है। आमलोग जहां गर्मी से परेशान हैं तो वहीं किसान भाइयों को फसल की चिंता सताने लगी है। दक्षिण-पश्चिम मानसून की अवधि धान की खेती के लिए काफी अहम होती है। ऐसे में पर्याप्त बारिश नहीं होने से फसल के प्रभावित होने की आशंका बढ़ गई है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार ही यदि बारिश हुई तो खेतीबारी का काम पटरी पर आने की संभावना है।

बुधवार की सुबह प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बादल छाए रहे. इससे बारिश होने की संभावना बढ़ गई है। IMD ने 23 जुलाई 2022 तक के लिए मौसम पूर्वानुमान जारी किया है। इसके अनुसार, बिहार में 20 से 23 जुलाई 2022 तक अच्छी बारिश होने की संभावना जताई गई है। बिहार में दक्षिण-पश्चिम मानसून के कमजोर होने से बारिश का दौर थम गया है। पिछले कुछ सप्ताह से प्रदेश में अच्छी बारिश नहीं हुई है। इससे हर तरफ सूखे जैसे हालात पैदा हो गए हैं। इससे खासकर किसानों की समस्याएं बढ़ गई हैं। मौसम विभाग का ताजा पूर्वानुमान राहत पहुंचाने वाला है।अच्छी बारिश होने से खेतीबारी के काम के एक बार फिर से रफ्तार पकड़ने की संभावना है। इससे किसानों के साथ ही आमलोगों को भी राहत मिलने की उम्मीद है।
बरसात के मौसम में जेठ जैसी गर्मी का अहसास दक्षिण-पश्चिम मानसून के सक्रिय होने के बाद बिहार के अधिकांश हिस्सों में अच्छी बारिश दर्ज की गई थी। कुछ दिनों बाद मानसून की रफ्तार धीमी पड़ गई, जिससे बिहार में पिछले कुछ सप्ताह से बारिश ही नहीं हुई है। इससे प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में सूखे जैसे हालात पैदा हो गए हैं। दूसरी तरफ, औसत तापमान भी लगातार सामान्य से ज्यादा रह रहा है, जिससे लोगों को तेज धूप के साथ गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। बारिश के मौसम में जेठ जैसी गर्मी का अहसास हो रहा है।

बाढ़ और कटाव
शुरुआती दौर में बिहार के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश हुई थी। इससे सीमावर्ती इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए थे। छोटी-बड़ी नदियों के उफनाने से कटाव भी होने लगा था। इससे लोगों को पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ा था। हालांकि, पिछले कुछ हफ्तों से बारिश न के बराबर हुई है। इससे जहां नदियां सामान्य रूप में आ गई हैं, वहीं दूसरी तरफ सूखे जैसी स्थिति भी पैदा हो गई है।