पटना और समस्तीपुर के बीच बन रहे महासेतु को चालू करने लिए चार और छोटे पुल का निर्माण किया जायेगा. इसके साथ ही दो रेल ओवर ब्रिज का भी निर्माण किया जायेगा. रेल ओवर ब्रिज का निर्माण समस्तीपुर जिले में कराया जाएगा. इन दोनों आरओबी के निर्माण के बाद से उत्तर बिहार से दक्षिण बिहार के बीच संपर्क और भी बढ़ जाएगी. जिन्हें पटना आना होगा उनके लिए एक और रास्ते का विकल्प हो जाएगा. बख्तियारपुर-ताजपुर महासेतु के एलायनमेंट के हिस्से के रूप में जिन छोटे पुलों का निर्माण कराना है. उनमें से दो पुल पटना जिलें में ही बनाये जायेंगे.

इन जगहों पर बनेंगे चार छोटे पुल:
- धोबा नदी पर करजान में होगा छोटे पुल का निर्माण
- गंगा नदी के क्षेत्र में रामनगर करारी कछार में होगा छोटे पुल का निर्माण
- वाया नदी पर सरहद माधो में होगा छोटे पुल का निर्माण
- नून नदी पर सारंगपुर में होगा छोटे पुल का निर्माण
समस्तीपुर में भी दो आरओबी का निर्माण
इसके साथ ही बख्तियारपुर-ताजपुर पुल के एलायनमेंट के तहत समस्तीपुर में भी दो आरओबी का निर्माण किया जाना है. जिनमें से एक आरओबी का निर्माण कल्याणपुर और दूसरे आरओबी का निर्माण पटोरी में किया जायेगा. बख्तियारपुर-ताजपुर पुल के अप्रोच वाले हिस्से में रेलवे लाइन के आने के वजह से आरओबी बनाने का निर्णय लिया गया है.

16 ह्वेकुलर अंडर पास का निर्माण
इसके निर्माण में इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है लोगों को आने जाने में किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़ें. इस वजह से चिन्हित जगहों पर 16 ह्वेकुलर अंडर पास का निर्माण भी किया जा रहा है. इसके अलावा पेडिस्ट्रयन क्रासिंग का निर्माण भी कराया जा रहा है ताकि पैदल चलने वाले आसानी से आ जा सके.इन सबके अतिरिक्त सुरक्षा की दृष्टिकोण से पुल के मुख्य हिस्से में जगह जगह सीसीटीवी कैमरों को भी लगाया जायेगा. इसके लिए इस्टीमेट भी तैयार कर लिया गया है. बताया जा रहा है कि इस पुल के शुरू होने के बाद इसपर चलने के बदलें 22 वर्षों तक टोल टैक्स वसूल किया जायेगा. टोल प्लाजा के निर्माण के लिए बिशुनपुर और पंचभिंडा का चयन किया गया है.