राजधानी पटना स्थित महावीर मंदिर का नैवेद्यम अपने स्वाद और शुद्धता के लिए काफी मशहूर है। शुद्ध घी में बनाया जाने वाला नैवेद्यम की रोज कई हजार किलो में बिक्री होती है। केंद्र सरकार द्वारा दूध, दही, घी पर पाच पर्सेंट जीएसटी लगने के बाद कई उत्पादों के दाम बढ़ चुके हैं। महावीर मंदिर का नैवेद्यम कर्नाटक मिल्क फेडरेशन के ब्रांड नंदिनी घी से तैयार किया जाता है। यह गाय का शुद्ध घी है। इसकी कीमतों में मंगलवार से 60 रुपए प्रति किलो की बढ़ोतरी हो गई है।

नहीं बढ़ेगा नैवेद्यम का दाम
इसके बावजूद नैवेद्यम की कीमतों में फिलहाल कोई बढ़ोतरी नहीं होगी। अभी भी यह ₹300 प्रति किलो ही मिलेगा। महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि भक्तों की जेब पर बोझ नहीं बढ़े, इसको ध्यान रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि घी के दाम में बढ़ोतरी से नैवेद्यम की लागत 15 रुपए प्रति किलो बढ़ गई है। इससे प्रति महीने औसतन 16 लाख रुपए से अधिक का व्यय बढ़ेगा। फिर भी भक्तों के लिए नैवेद्यम 300 रुपए प्रति किलो मूल्य पर ही उपलब्ध रहेगा।

बिक्री बढ़ाकर की जाएगी भरपाई
आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि नैवेद्यम की बिक्री को बढ़ाकर इसकी भरपाई की जाएगी। पिछले तीन महीने से लगातार नैवेद्यम की बिक्री एक लाख 10 हजार किलो प्रति माह से अधिक हो रही है। भक्तों में नैवेद्यम के प्रति बढ़ते रुझान को ध्यान में रखते हुए इसकी कीमतों में अभी कोई वृद्धि नहीं की जा रही है। चना, दाल के साथ चीनी, काजू-किशमिश आदि से बनाया जाने वाला नैवेद्यम नंदनी ब्रांड के गाय के घी में पकाया जाता है। बता दें कि नैवेद्यम से होने वाले आज से महावीर मंदिर अपने द्वारा संचालित अस्पतालों में एवं कई अलग-अलग स्थानों पर लोगों को मुफ्त भोजन कराता है।