पटना. जयप्रकाश नारायण की जन्मभूमि सिताबदियारा इन दिनों खूब चर्चा में है. दरअसल 11 अक्टूबर को जयप्रकाश नारायण के जयंती के अवसर पर देश के गृह मंत्री अमित शाह सिताब दियारा आ रहे हैं. अमित शाह के इस दौरे को लेकर बिहार की सियासत काफी तेज हो गयी है. उनकी इस यात्रा पर सीएम नीतीश कुमार से लेकर महागठबंधन के कई नेता निशाना साध रहे हैं. इसी बीच नीतीश कुमार ने सिताबदियारा को कई सौगातें देकर यह साफ कर दिया है कि उनके दिल में सिताब दियारा और जेपी के लिए कितना खास महत्व है. लेकिन, इसके साथ ही नीतीश कुमार ने उतरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को एक पत्र लिखकर एक मांग भी कर दी है.

दरअसल बिहार के मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर लोक नायक जयप्रकाश नारायण जी की जन्मभूमि सिताब दियारा के उत्तर प्रदेश क्षेत्र के लंबित कार्यों को शीघ्र पूर्ण किये जाने का अनुरोध किया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्र में लिखा है कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की जन्मभूमि सिताब दियारा ग्राम, जो बिहार एवं उत्तर प्रदेश की सीमा के पास गंगा एवं घाघरा नदी के संगम पर बिहार के सारण जिला में अवस्थित है. यहां वर्षा ऋतु के दिनों में गांव की भूमि के कटाव का खतरा बना रहता है और विगत वर्षों में कई बार वहां कटाव की स्थिति भी उत्पन्न हुई है.

पत्र में उत्तरप्रदेश क्षेत्र में लंबित कार्यों का किया जिक्र 

नीतीश कुमार ने पत्र में लिखा है कि ग्राम सिताब दियारा की बाढ़ से सुरक्षा हेतु घाघरा नदी की ओर से एक रिंग बांध (लगभग 7.5 कि0मी0 की लंबाई में) बनाये जाने की आवश्यकता महसूस की गई है. वर्ष 2017-18 में बिहार भू-भाग में लगभग 04 किमी एवं उत्तर प्रदेश के भू-भाग में लगभग 3.5 किमी की लंबाई में रिंग बांध तथा अन्य कटाव निरोधक कार्य प्रारंभ किया गया. नीतीश कुमार ने अपने पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि वर्ष 2017-18 में बिहार सरकार द्वारा रिंग बांध एवं अन्य बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यो को पूर्ण कर लिया गया है. लेकिन, उत्तर प्रदेश क्षेत्र में कार्य लंबित है.

नीतीश कुमार ने पत्र में की इन समस्याओं की चर्चा 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने पत्र में कहा है कि हाजीपुर-गाजीपुर राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 31 से सिताबदियारा तक जाने वाली बीएसटी मुख्य बांध की लंबाई लगभग 6.50 किमी है जिसमें लगभग 2-3 किमी की लंबाई में पथ के सुदृढ़ीकरण कार्य उत्तर प्रदेश राज्य के क्षेत्र में अपूर्ण है, जिसके कारण इस क्षेत्र में आवागमन में भी समस्या उत्पन्न होती है. मुख्यमंत्री ने पत्र में यह भी लिखा है कि सिताब दियारा रिंग बांध (बिहार प्रभाग) के अपस्ट्रीम ( लंबाई लगभग 1175 मी0) एवं डाउनस्ट्रीम (लंबाई लगभग 2300 मी0) को बी०एस०टी० मुख्य बांध (बलिया उत्तर प्रदेश) से जोड़ने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कार्रवाई प्रारंभ की गई थी. लेकिन, वर्तमान में कार्य अपूर्ण है जिसे शीघ्र पूर्ण किया जाना आवश्यक है. इसके अपूर्ण रहने से वहां कटाव एवं बाढ़ का खतरा बना रहता है.

नीतीश कुमार ने योगी आदित्यनाथ से किया ये अनुरोध 

मुख्यमंत्री नीतीश  कुमार ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अनुरोध किया है कि लोकनायक जयप्रकाश नारायाण जी की जन्मभूमि सिताब दियारा क्षेत्र के उपरोक्त कार्यों को शीघ्र पूर्ण कराये जाने हेतु सभी संबंधितों को निदेशित करने की कृपा करें ताकि वहां बाढ़ एवं कटाव के खतरे से गांव को बचाया जा सके. ऐसे में ज़ाहिर है नीतीश कुमार अमित शाह के दौरे के पहले ये साफ-साफ संदेश देना चाहते हैं कि जेपी की जन्मभूमि को लेकर वह कितने गंभीर है और सिताब दियारा का जो इलाक़ा उतर प्रदेश में पड़ता है उस पर भाजपा ध्यान दे. अब ये देखना दिलचस्प होगा कि अमित शाह जब सिताब दियारा के दौरे पर आएंगे तो क्या सौग़ात देंगे. लेकिन, उनके यात्रा के पहले नीतीश कुमार ने पत्र लिख सियासत तेज कर दी है.