Bihar Politics- जमुई पहुंचे केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने मीडिया से मुखातिब होते हुए स्पष्ट कहा कि वे किसी के हनुमान नहीं हैं। वे खुद रामचंद्र प्रसाद सिंह हैं। दरअसल, मीडियाकर्मियों ने उनसे सवाल करते हुए पूछा कि आप नीतीश कुमार के काफी करीबी माने जाते रहे हैं। जैसे चिराग पासवान पीएम मोदी के हनुमान कहे जाते हैं, ठीक वैसे ही आपको भी… इस सवाल पर आरसीपी सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मैं कभी किसी का हनुमान नहीं रहा। इसे सुधार लें, बाकी मैं किसी के बारे में क्यों कुछ कहूंगा।

मैं सिंपल आदमी हूं, नहीं जानता किसी संगठन का आधार!
पत्रकारों ने जब आरसीपी सिंह से कहा कि आप तो जदयू के आधार माने जाते रहे हैं। तो उन्होंने साफ कह दिया कि मैं तो नहीं जानता, मैं किसी संगठन का आधार नहीं। मैं सिर्फ सिंपल आदमी हूं। सवालों में पूछा गया कि सीएम नीतीश कुमार से इनती बेरुखी क्यों? तो उन्होंने साफ कह दिया कि ये तो आप जानते होंगे। मैं तो नहीं जानता। उन्होंने पत्रकारों पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि ये जो सवाल आप पूछ रहे हैं, ऐसा पूछने के लिए जिसने भी भेजा है। उसी से जवाब भी ले लीजिए जाकर। ये कहते हुए आरसीपी सिंह जमुई से रवाना हो गए।

दी गई ललन सिंह को तरजीह… इसपर हो गए मौन
जिस समय पत्रकार आरसीपी सिंह से सवाल कर रहे थे, उनके चेहरे से एक अलग ही भाव व्यक्त हो रहे थे। एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के नामांकन के दौरान पीएम मोदी द्वारा जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुंगेर सांसद ललन सिंह को तरजीह दिए जाने पर भी आरसीपी सिंह से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं यहां दूसरे काम से आया हूं। बंगला खाली कराने को लेकर आरसीपी सिंह ने कहा कि वो मेरा नहीं था। वहीं एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यदि आप नहीं जानते, मैं भी नहीं जानता कि क्या मैं जदयू में हूं।