महाशिवरात्रि को लेकर आज के दिन की महत्ता बढ़ जाती है। ऐसे में आज अहले सुबह से बाबा बैद्यनाथ का सुलभ व सुरक्षित जलार्पण निरंतर देवतुल्य श्रद्धालुओं द्वारा किया गया। आज जहाँ बाबा को सामान्य पंक्ति से जलार्पण करने वाले श्रद्धालुओ की कुल संख्या 2,36,900 हैं। वहीं शीघ्रदर्शनम् के जरिये 9,349 लोगों ने जलार्पण किया। इस प्रकार कुल 2,46,249 श्रद्धालुओं ने बाबा बैद्यनाथ का सुलभ व सुरक्षित जलार्पण पट बंद होने तक किया।

महाशिवरात्रि के अवसर पर देवघर में स्थित बाबा धाम मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ देखी गई. ऐसा लग रहा था मानो कुंभ का मेला लग गया हो. रावन ईश्वर महादेव पर जलाभिषेक करने के लिए 10 किलोमीटर लंबी लाइन देखी गई.

नहीं हुआ बाबा वैद्यनाथ का शृंगार
महाशिवरात्रि के अवसर पर बाबा वैद्यनाथ मंदिर में परंपरानुसार शृंगार पूजन का आयोजन संध्याकाल में नहीं हुआ। ऐसे में देवघर मंडल कारा से हर दिन बाबा वैद्यनाथ के शृंगार पूजन को लेकर बनकर जाने वाला पुष्प मुकुट नहीं भेजा गया। बताते चलें कि महाशिवरात्रि के दिन नहीं बनने वाले पुष्प मुकुट के एवज में देवघर मंडल कारा में श्रावण पूर्णिमा के दिन दो पुष्प मुकुट तैयार किए जाते हैं। उसमें एक बाबा वैद्यनाथ के लिए जबकि दूसरा बाबा बासुकीनाथ के लिए भेजा जाता है।

महाशिवरात्रि पर खूब बिके मौर-मुकुट
महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर बाबा वैद्यनाथ मंदिर प्रांगण में मौर-मुकुट की भी जमकर बिक्री हुई। परंपरानुसार महाशिवरात्रि को बाबा पर मौर-मुकुट अर्पित किया जाता है। देवनगरी की प्राचीन परंपरा के अनुसार बाबा वैद्यनाथ को रोहिणी घटवाल परिवार की ओर से आए मौर-मुकुट को सर्वप्रथम अर्पित किया गया। उसके बाद श्रद्धालुओं द्वारा मौर-मुकुट चढ़वाना शुरु किया गया। मान्यता व परंपरानुसार मौर-मुकुट चढ़ाने वालों की भारी भीड़ को देखते हुए बाबा मंदिर प्रांगण में मौर-मुकुट की बिक्री के लिए भी दुकानें खुल गई थीं।