पटना: बिहार में मौसम का मिजाज अचानक बदल गया है। पूरे जूून, जुलाई और अगस्‍त महीने में बूंद-बूंद के लिए तरसाने वाला मानसून अपने आखिरी पायदान पर पहुंचकर बिहार में सक्रिय हो गया है। मानसून की सक्रियता बढऩे से वर्षा के आसार काफी बढ़ गए हैं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार बुधवार को राज्य के दक्षिणी भाग में हल्की वर्षा हो सकती है। वहीं कुछ जिलों में व्रजपात होने के आसार हैं। पटना में बुधवार की सुबह से ही मौसम सुहाना रहा और हल्‍की फुहारें पड़ती रहीं। पटना में ऐसा मौसम मंगलवार की शाम से ही बना हुआ है। 

जैसलमेर से बंगाल की खाड़ी तक गुजर रही ट्रफ लाइन 

पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय कुमार का कहना है कि वर्तमान में मानसून की ट्रफ लाइन जैसलमेर से लेकर बंगाल की खाड़ी तक गुजर रही है। मानसून की सक्रियता के मंगलवार को पटना के अलावा, अरवल, बक्सर, जहानाबाद, जमुई, शेखपुरा, नालंदा, नवादा, रोहतास, औरंगाबाद एवं गया में हल्की वर्षा दर्ज की गई। रिमझिम फूहारें पडऩे से प्रदेश के वातावरण काफी नम बना रहा। लोगों ने गर्मी से राहत महसूस की। 

दरभंगा में सबसे अधिक 34 डिग्री रहा तापमान

पटना के आकाश में दिनभर बादलों का आना-जाना लगा रहा। मंगलवार को प्रदेश में सर्वाधिक तापमान दरभंगा में दर्ज किया गया, वहां पर अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। पिछले चौबीस घंटे में कुदरा में सर्वाधिक वर्षा रिकार्ड किया गया, कुदरा में 84.2 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड किया गया। वहीं ब्रह्मपुर में 82.2 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड किया गया। वहीं बांका में 34.6 मिलीमीटर वर्षा हुई। 

30 सितंबर तक प्रदेश में मानसून की बारिश 

मौसम विज्ञानियों का कहना है कि प्रदेश में आगामी तीस सितंबर तक मानसून की वर्षा होगी। उसके बाद प्रदेश से मानसून का लौटना शुरू हो जाएगा। प्रदेश में मानसून के दौरान सामान्यत: एक हजार मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड किया गया। बिहार में फिलहाल लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिल रही है।