पटना में अब ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले बच नहीं पाएंगे। एक बार तो वे ट्रैफिक पुलिस की निगाहों से बच भी सकते हैं लेकिन आधुनिक कैमरों की निगाहों से नहीं बच पाएंगे। इसके लिए राजधानी के 30 प्रमुख चौराहोंं पर स्मार्टसिटी लिमिटेड की ओर से जल्द ही ऐसे रेड लाइट वायलेसन डिटेक्शन कैमरे लगाए जाएंगे। रेड लाइट का वायलेशन करने वालों का नंबर प्लेट डिटेक्ट कर डीटीओ में दर्ज मोबाइल नंबर पर चालान भेज दिया जाएगा। इसके अलावा 10 चौराहों पर ऐसे स्पीड डिटेक्शन कैमरे लगाये जायेंगे जो तेज रफ्तार वाहनों के नंबर प्लेट डिटेल्स स्कैन कर चालान उनके नंबर पर भेज देगा।

पूरे शहर में लगाए जा रहे हैं ढेरों कैमरे

बता दें कि शहर के 30 ट्रैफिक जंक्शन पर कुल 360 आरएलवीडी कैमरे लगेंगे। हर लेन में दो कैमरे लगेंगे। एक आगे की तरफ से और दूसरा पीछे की तरफ से लगा होगा। इस प्रकार तीन लेन के एक फ्लैंक में छह कैमरे और सड़क पर 12 कैमरे लगे होंगे। इस प्रकार बड़े चौराहे पर 48 और तिराहे पर 36 कैमरे तक लगेंगे। शहर के 320 लोकेशन पर 824 सर्विलांस और 390 पीटीजेड कैमरे लगेंगे। सर्विलांस कैमरे वारदात के बाद अपराधी की तहकीकात में काम देंगे। पीटीजेड कैमरा किसी भी दिशा में और एंगल पर घूम पायेंगे और 800 मीटर से लेकर एक किमी दूरी तक की चीजों को पूरी तरह स्पष्ट देख पायेगा।

रखा जाएगा सभी गाड़ियों का रिकॉर्ड

इसके साथ ही 25 अन्य चौराहों, तिराहों और ट्रैफिक प्वाइंट पर ऐसे कैंमरे लगाये जायेंगे, जो सामने से गुजरने वाले वाहनों के नंबर प्लेट का फोटो खींच कर रिकॉर्ड में रखेंगे, ताकि शहर में आने जाने वाले वाहनों का रिकॉर्ड भी रखा जा सके। किसी अपराध या आतंकी वारदात के बादकिसी खास नंबर के वाहन को ट्रैक करने में यह अत्यधिक उपयोगी होंगे।