पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने शुक्रवार को कहा कि हमलोगों ने बिहार में कई अच्छे काम किये हैं, जिसकी चर्चा नहीं हो पाती है। उन्होंने कहा कि कई अच्छे भवनों का निर्माण कराया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में कहीं भी पशुओं का कोई विश्वविद्यालय नहीं था। पशुओं के नाम पर हमलोगों ने बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय बिहार में बनाया है, अब कई जगहों पर इस पर काम होने लगा है।

मुख्यमंत्री शुक्रवार को पशु विज्ञान विश्वविद्यालय परिसर में 889.26 करोड़ रुपए की बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के नये भवनों का शिलान्यास (foundation stone of veterinary university in patna) किया और आधारशिला रखी. इस अवसर पर दशरथ मांझी श्रम एवं नियोजन अध्ययन संस्थान के ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेक जगहों पर कई इंस्टीट्यूशन का निर्माण कराया गया। पटना में एक पशु चिकित्सा महाविद्यालय पहले से था, इसके अलावा किशनगंज में डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम साहब के नाम पर एक कृषि महाविद्यालय बनाया गया, जिसमें फिशरीज कॉलेज और वेटनरी कॉलेज भी बनाया गया है। यह सब बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के अधीन है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं अध्ययन कर रही हैं। पशुओं की चिकित्सा का भी कार्य किया जा रहा है। हमलोगों ने कृषि के विकास को लेकर कृषि विशेषज्ञों एवं किसानों की सलाह से कृषि रोड मैप बनाया। अभी तीसरा कृषि रोड मैप लागू है। उन्होंने कहा कि हमलोगों ने छात्र-छात्राओं को कृषि की पढ़ाई करने के लिये प्रेरित किया। पहले एग्रीकल्चर की पढ़ाई के लिये बड़ी संख्या में छात्र-छात्रायें राज्य के बाहर पढ़ने जाती थीं। अब राज्य के युवाओं में कृषि के प्रति लगाव बढ़ा है।

सीएम नीतीश ने कहा कि कृषि रोड मैप के कारण राज्य में चावल, गेहूं, मक्का और दूध का उत्पादन बढ़ा है। अंडा का उत्पादन लगभग ढाई गुना हो गया है। मांस उत्पादन दोगुना से भी ज्यादा हो गया। मछली उत्पादन का लक्ष्य 8 लाख मीट्रिक टन का रखा था, जिसमें से 7 लाख 61 हजार मीट्रिक टन मछली का उत्पादन हो रहा है। बिहार में बाहर से मछली न के बराबर आती है। अब मछली बिहार से बाहर भी भेजी जा रही है। उन्होंने कहा कि सब्जी का उत्पादन भी बढ़ा है।