भारतीय रेलवे ने बिहार में मुजफ्फरपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की एक झलक ट्विटर पर साझा की है. मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य जोर शोर से चल रहा है. इस परियोजना के लिए रेल भूमि विकास प्राधिकरण (RLDA) ने 400 करोड़ रुपये की लागत का अनुमान लगाया है.

मुजफ्फरपुर जंक्शन को ए कैटेगरी का दर्जा प्राप्त है

मुजफ्फरपुर जंक्शन को वर्ल्ड क्लास बनाने का काम काफी तेजी से चल रहा है. निर्माण के बाद जंक्शन जिस तरह का होगा वही डिजाइन सार्वजनिक किया गया है. इस जंक्शन को विश्वस्तरीय बनाने की जिम्मेदारी रेल भूमि विकास प्राधिकरण को दी गई है. मुजफ्फरपुर जंक्शन को ए कैटेगरी का दर्जा प्राप्त है क्योंकि यह स्टेशन सोनपुर मंडल का सर्वाधिक आय देनेवाला जंक्शन है. इसके बावजूद यहां यात्री सुविधाओं का आभाव है.

मिलेगी विश्व स्तरीय सुविधा 

मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन को जल्द ही नया रूप दिया जाएगा और स्टेशन विश्व स्तरीय हवाई अड्डे जैसी सुविधाओं से लैस होगा. ईपीसी (इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण) अनुबंध मॉडल के माध्यम से महत्वाकांक्षी रेलवे पुनर्विकास कार्यक्रम के तहत परियोजना का पुनर्विकास किया जाएगा. इस स्टेशन के रीडेवलपमेंट प्लान के तहत इसे वर्ल्ड क्लास बनाने पर तकरीबन 400 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया है.

रेल मंत्रालय ने किया ट्वीट 

रेल मंत्रालय ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर मुजफ्फरपुर स्टेशन के प्रस्तावित पुनर्विकास की एक झलक साझा किया. रेलवे का कहना है की इन स्टेशनों के पुनर्विकास के पीछे का उद्देश्य यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं देना, उनकी यात्रा को और अधिक सुविधाजनक और आरामदायक बनाना है. पुनर्विकास में एक नए स्टेशन भवन का निर्माण, प्लेटफार्मों पर 108 मीटर चौड़ा एयर प्लाजा और दूसरी प्रविष्टि का प्रावधान शामिल होगा.

बड़ी संख्या में आते जाते है यात्री 

मुजफ्फरपुर जंक्शन पर बड़ी संख्या में लोग आते जाते हैं. इसके साथ ही यह कपड़े, लीची व अन्य व्यवसाय के लिए यह शहर मशहूर है. आरएलडीए द्वारा दोबारा बनाई गई डीपीआर के अनुसार ही अब रेलवे स्टेशन का काम किया जाएगा. पहले 200 करोड़ का डीपीआर था जिसे बढ़ाकर अब 397 करोड़ कर दिया गया है. नई डीपीआर के मुताबिक इसमें 120 मीटर लंबा कॉनकॉर्न बनेगा. पहले चरण में रिजर्वेशन काउंटर से एएसएम काउंटर तक की वर्तमान बिल्डिंग को तोड़कर कॉनकॉर्न बनाया जाएगा.