बिहार के सबसे बड़े इस्कॉन मंदिर का आज यानि 3 मई 2022 को विधिवत उद्घाटन और प्राण प्रतिष्ठा किया जाएगा. बिहार की राजधानी पटना के बुद्धमार्ग में 100 करोड़ की लागत से यह इस्कॉन मंदिर बना है. श्रीराधा बांके बिहारी इस्कॉन मंदिर लगभग 12 साल में बनकर तैयार हुआ है. इस मंदिर में 84 कमरे और 84 पिलर बनाए गए हैं. पटना में स्थित इस्कॉन मंदिर के उद्घाटन के लिए पांच दिवसीय विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी आमंत्रित किया गया है. विश्व गवर्निंग बॉडी के अध्यक्ष भानू स्वामी महाराज भी इस मौके पर मौजूद रहेंगे. जिसका स्वागत इस्कॉन मंदिर के प्रेसिडेंट कृष्णा कृपादास ने किया है.

इस्कॉन मंदिर के उद्घाटन और प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में देश-विदेश से श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है. पटना में इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष कृष्णा कृपादास ने बताया कि साल 2007 में मंदिर का भूमिपूजन किया गया था. उस समय कार्यक्रम में देश विदेश से भारी संख्या में कृष्ण भक्त शामिल हुए थे. मंदिर निर्माण का काम 2010 में शुरू किया गया था. भक्तों की मांग पर मंदिर को शहर के बीच में बनाया गया है. इस मंदिर का निर्माण पटना के बुद्धमार्ग पर किया गया है. इतने बड़े मंदिर को तैयार करने में तकरीबन 100 करोड़ रुपये की राशि खर्च हुई है.

बता दें कि पटना के इस्कॉन मंदिर का निर्माण ऐतिहासिक द्वारिकाधीश मंदिर की तर्ज पर किया गया है. मंदिर में प्रसाद तैयार करने के लिए मॉडर्न किचन बनाया गया है. वहीं मंदिर में प्रसाद ग्रहण करने के लिए एक हॉल बनाया गया है. हॉल में लगभग एक हजार श्रद्धालुओं के बैठकर प्रसाद ग्रहण करने की व्यवस्था हैं. मंदिर परिसर में गोविंदा रेस्टोरेंट भी बनाया गया है. जहां लोगों को शुद्ध शाकाहारी भोजन मिलेगा. मंदिर में अतिथियों के ठहरने के लिए करीब 70 रूम बनाए गए हैं. मंदिर में 300 गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था है. सुरक्षा के लिए 500 से जायादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.