केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ( Jyotiraditya Scindia ) ने बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ( Nitish Kumar ) को कई बार फोन किया। लेकिन मुख्‍यमंत्री ने एक बार भी केंद्रीय मंत्री से बात करने के लिए फोन पर नहीं आए। यह दावा बीजेपी के राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर ( Vivek Thakur ) ने किया है। विवेक ठाकुर के अनुसार, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने बिहार के मुख्यमंत्री को एक-दो बार नहीं, कुल 10 बार कॉल किया, लेकिन एक बार भी वे बात करने के लिए उपलब्ध नहीं हो सके।

एयरपोर्ट के मामले में पिछड़ेपन के लिए सीएम नीतीश जिम्मेदार

बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर ने कहा कि प्रगतिशील राज्य के मापदंडों में एक महत्वपूर्ण कड़ी होता है की राज्य में कितने और किस कैटेगरी के एयरपोर्ट हैं। इस दिशा में भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संकुचित सोच के चलते बिहार काफी पीछे है। उनका लचर रवैया के कारण बिहटा में बनने वाले आधुनिकतम कैट 3 स्तर का अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट तथा केंद्र सरकार के उड़ान परियोजना के अंतर्गत बिहार में बनने वाले अन्य एयरपोर्ट अधूरा है।

बिहार के मुख्यमंत्री पर बड़ा आरोप

विवेक ठाकुर ने कहा कि जब बिहटा एयरपोर्ट और उड़ान परियोजना के परिपेक्ष्य में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलने के लिए गया तो उन्होंने अचंभित होकर कहा कि कैसे बिहार में विकास होगा, हमने 10 बार से अधिक कोशिश किया मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात करने का, लेकिन वे कभी फोन पर आए ही नहीं। नीतीश कुमार के इस रवैये से स्पष्ट होता है कि उन्हें बिहार के विकास से कोई वास्ता नहीं है।

जमीन अधिग्रहण का उठाया मसला

विवेक ठाकुर ने कहा कि बिहटा एयरपोर्ट के निर्माण के लिए दूसरे चरण का जमीन अधिग्रहण का प्रस्ताव ढाई साल से बिहार सरकार द्वारा लंबित है जबकि जमीन उपलब्ध है। उसी प्रकार मुजफ्फरपुर का पताही एयरपोर्ट को दुबारा स्थापित करने के लिए केंद्र ने 60 करोड़ रुपये जारी किए, किंतु स्थिति जस के तस बनी हुई है। साथ ही बिहार सरकार की उदासीनता के कारण बिहार के भागलपुर, फारबिसगंज, सबेया इत्यादि एयरपोर्ट बंद पड़े हैं।

पूर्णिया से पहले पटना में दें जवाब

सभी एयरपोर्ट का खर्च केंद्र सरकार उठाती है, राज्य सरकार का काम सिर्फ जमीन उपलब्ध कराना होता है। नीतीश कुमार सिर्फ जमीन भी उपलब्ध नहीं करा पा रहे। इससे बड़ा विकासहीन सोच का और क्या परिचय हो सकता है। नीतीश कुमार को पूर्णिया से पहले पटना में जवाब देना होगा।