पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. फिलहाल वे आइसोलेशन में हैं और अपना इलाज करवा रहे हैं. हालांकि, द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति पद के लिए आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में नहीं आने को लेकर आरजेडी ने सवाल खड़ा किया था. इस पर जदयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने आरजेडी को जवाब देते हुए कहा है नीतीश कुमार अस्वस्थ हैं और उनकी रिपोर्ट कल ही पॉजिटिव आई है. ऐसे में आरजेडी के हमारे मित्र इतने बड़े नेता को सामाजिक समारोह में शामिल होने के लिए कहेंगे क्या? क्या नीतीश जी की बीमारी भी राजनीतिक है?

बता दें कि बिहार के फुलवारी शरीफ में टेरर मॉड्यूल का पर्दाफाश होने के बाद बाद की स्थिति को लेकर जेडीयू और बीजेपी के बीच बयानबाजी जारी है. यह इसलिए भी क्योंकि गृह विभाग सीएम नीतीश कुमार के पास है. अपरोक्ष रूप से भाजपा के नेता इसको लेकर गाहे बगाहे सवाल उठाते रहे हैं. राजद ने इसी बात को लेकर सवाल उठाया था और बीजेपी-जेडीयू के रिश्तों पर कटाक्ष किया था.
दूसरी ओर बिहार में टेरर मॉड्यूल का पर्दाफाश होने के बाद भाजपा नेताओं की बयानबाजियों पर जेडीयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने जवाब दते हुए कहा, टेररिज्म के खिलाफ जीरो टॉलरेंस है, इक्की दुक्की घटनाएं होती हैं. के सी त्यागी ने सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या अन्य राज्यों में और जो हमारी मित्र पार्टी (बीजेपी) है उसके राज्यों में ऐसी घटनाएं नहीं हो रही हैं?

एनआईए ने जो गिरफ्तार किया है उनके इंटरोगेशन से साफ है कि फुलवारी शरीफ में जो लोग पकड़े गए हैं वे लोग देश में अशांति फैलाना चाहते हैं. इस पर जांच जारी है और एनआईए भी जांच का जिम्मा ले चुकी है. ऑल टाइप ऑफ क्रिमिनल और ऑल टाइप ऑफ क्राइम उस पर नीतीश कुमार कंप्रोमाइज नहीं करते हैं, यह उनका इतिहास रहा है.
केसी त्यागी ने उन बीजेपी नेताओं को नसीहत दी है जो लगातार बिहार की कानून व्यवसाथा को लेकर सवाल उठाते रहे हैं. उन्होंनेकहा कि बीजेपी के मित्रों को सावधानीपूर्वक वक्तव्य देना चाहिए जिससे विपक्षी पार्टियां औजार के रूप में इस्तेमाल ना करें. बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल के बयान पर के सी त्यागी ने कहा अगर पार्टी अध्यक्ष को किसी चीज पर कोई जानकारी चाहिए तो उसके कई माध्यम मौजूद हैं. उसका सदुपयोग कर सकते हैं, उन्हें इस तरह के वक्तव्य से परहेज करना चाहिए.
बता दें कि हाल में ही बिहार भाजपा के अध्यक्ष डॉ संजय जासवाल ने कहा था कि बिहार के हर जिले में टेरर मॉड्यूल है. उनके इस वक्तव्य का यही अर्थ निकाला गया था कि वे सीधे तौर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सवाल खड़ा कर रहे हैं क्योंकि गृह विभाग उनके ही जिम्मे है. जायसवाल के इस बयान के बाद जदयू नेताओं ने काफी तीखी प्रतिक्रियाएं दी हैं, जबकि सीएम नीतीश कुमार ने इस पूरे मामले में खामोशी अख्तियार कर रखी है.