भगवान श्री राम की जन्मभूमि अवध को माता जानकी की जन्मभूमि मिथिला से जोड़ने वाले 240 किलोमीटर लंबे राम जानकी मार्ग का पहले चरण में फोरलेन में निर्माण किया जाएगा। पहले चरण में सीवान से मशरक तक की सड़क को फोरलेन बनाने के लिए निर्माण एजेंसी के चयन के लिए एनएचएआइ ने टेंडर निकाल दिया है। इस चरण में करीब 50 किमी लंबाई में फोरलेन सड़क बनाने की अनुमानित लागत करीब 1027 करोड़ रुपये है। बरसात बारिश का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।

चार बाईपास का किया जाएगा निर्माण

राज्य के पथ निर्माण मंत्री ने कहा कि रामजानकी मार्ग के उक्त पथांश में कुल चार बाईपास का निर्माण किया जाना है, जिसमें सीवान बाईपास (4.63 किमी), तरवारा बाईपास (7.38 किमी), बसंतपुर बाईपास (14.66 किमी) एवं मशरख बाईपास (2.29 किमी) शामिल है। इसके अतिरिक्त उक्त पथांश में 01 वृहत सेतु, 14 लघु सेतु, 15 अन्डरपास, 01 आरओबी एवं दो ग्रेड सेपरेटर शामिल है।

तीसरे पैकेज में 103 किलोमीटर बनेगी सड़क

दूसरे पैकेज में मशरख से चकिया तक कुल 48 किमी और तीसरे पैकेज में चकिया से भिट्ठामोड़ तक कुल 103 किमी लंबाई में फोरलेन में विकसित करने के लिए डीपीआर बन रही है। इसके अतिरिक्त मेहरौना घाट से सीवान तक कुल 40 किमी की लंबाई में सड़क को फोरलेन में विकसित करने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जल्द स्वीकृति मिलने की संभावना है। इस संबंध में प्रक्रिया चल रही है।