पटना. तेज धूप और उमस वाली गर्मी का सामना कर रहे बिहार वासियों को उस वक्त राहत मिली जब सोमवार को आधी रात के बाद प्रदेश के कई हिस्सों में रिमझिम से मध्यम दर्जे तक की बारिश हुई. इसका असर मंगलवार 30 अगस्त 2022 को सुबह में भी देखा गया. सुबह प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बादल छाए रहे. देर रात बारिश होने से मौसम सुहावना हो गया. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बिहार में आने वाले कुछ दिनों तक बारिश होने की संभावना जताई है. ऐसे में धान की रोपाई करने वाले किसानों को राहत मिलने की उम्मीद है. दूसरी तरफ, गंगा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि के चलते सूबे के कई हिस्से बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं. बेगूसराय, मुंगेर जैसे जिलों के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है. उत्तरी बिहार में भी नदियां उफान पर हैं. आने वाले कुछ दिनों में गंगा नदी के जलस्तर में और वृद्धि होने की बात कही गई है. यदि ऐसा हुआ तो हालात और खराब हो सकते हैं.

सोमवार को बिहार के कई हिस्सों में तेज धूप निकलने से पारा चढ़ गया था. वहीं, उमस ने लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी थीं. शाम होते-होते मौसम का मिजाज बदलने लगा. देर शाम से ही आसमान में बिजलियां चमकने लगी थीं. आधी रात के बाद सूबे के कई हिस्सों में रिमझिम बारिश शुरू हो गई. कहीं-कहीं मध्यम दर्जे की बारिश होने की भी सूचना है. देर रात हुई बारिश का असर मंगलवार सुबह में देखा गया. सुबह-सुबह आसमान में बादल छाए हुए हैं. साथ ही मौसम भी अपेक्षाकृत ठंडा बना हुआ है. दक्षिण-पश्चिम मानसून की बेरुखी से परेशान लोगों को इससे कुछ राहत मिली. खासकर धान की रोपाई करने वाले किसानों की उम्मीद बंधी है. बता दें कि बरसात के मौजूदा सीजन में बारिश नहीं होने के कारण धान रोपाई के रकबे में कमी दर्ज की गई है. जिन किसानों ने धान की रोपाई की है उन्हें उम्मीद है कि देर से ही सही लेकिन बारिश होगी.
4 दिनों तक झमाझम बारिश के आसार
मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान में बिहार में मंगलवार से लेकर शुक्रवार तक झमाझम बारिश होने की संभावना जताई गई है. आईएमडी की भविष्यवाणी सही होने की स्थिति में प्रदेश में 2 सितंबर 2022 तक अच्छी बारिश हो सकती है. इस दौरान तेज हवा चलने और ठनका गिरने की आशंका भी जताई गई है. बता दें कि आकाशीय बिजली की चपेट में आने से हर साल बिहार में बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो जाती है और काफी लोग घायल भी हो जाते हैं.

गंगा नदी उफनाई
बिहार में पिछले कुछ दिनों से भले ही अच्छी बारिश न हुई हो, लेकिन सूबे के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन चुकी है. मुंगेर में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. बाढ़ का पानी खेतों के साथ ही निचले इलाकों में बसे गांवों तक में घुस गया है. गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के बेहद करीब पहुंच गया है. आने वाले कुछ दिनों में गंगा के जलस्तर में और वृद्धि होने की आशंका जताई गई है.