इस सीजन लगभग समय पर मानसून सीमांचल के रास्ते प्रवेश करने का अनुमान है. पूर्णिया मौसम केंद्र प्रभारी एसके सुमन के अनुसार 13 से 15 जून के बीच मानसून सीमांचल के किशनगंज अथवा पूर्णिया के रास्ते बिहार में प्रवेश करेगा. वहीं वैज्ञानिकों ने इस सीजन सामान्य अथवा सामान्य से थोड़ा अधिक बारिश की उम्मीद जताई है. वहीं इस बार प्री मानसून में पिछले पांच साल में सबसे कम बारिश रिकार्ड हुई है. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि ग्लोबल वार्मिंग और प्रदूषण के कारण वर्षा के पैटर्न में बदलाव हुआ है.

प्री-मानसून (मार्च, अप्रैल व मई) के सीजन में बारिश प्रभावित होने का असर मानसून के साथ-साथ खेती और किसानी पर भी पडऩे लगा है. हालांकि इस मानसून अच्छी बारिश की भविष्यवाणी से किसानों की उम्मीद बढ़ी है तथा धान व खरीफ फसल के अच्छे उत्पादन की आस है.

इस बार पिछले साल की तुलना में प्री-मानसून सीजन के दौरान 180.5 मिमी कम बारिश हुई है. पूर्णिया मौसम केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार साल 2021 में प्री-मानसून के दौरान जिले में 469.4 मिमी की बारिश हुई थी. वहीं इस बार सिर्फ 288.9 मिमी बारिश ही प्री-मानसून के दौरान हुई है. जिसमें भी 237.1 मिमी की बारिश सिर्फ मई महीने में हुई है. जबकि मार्च और अप्रैल के महीने में जिले में सिर्फ 51.8 मिमी बारिश हुई है.