पटना: बिहार में जातीय जनगणना (Caste Census In Bihar) को लेकर आज सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को नहीं बुलाया गया है। जिसपर वीआईपी प्रमुख और राज्य के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने नाराजगी जाहिर करते हुए आपत्ति दर्ज की है। उन्होंने जातीय जनगणना को लेकर बुलाई गई गए सर्वदलीय बैठक का स्वागत करते हुए कहा कि उनकी पार्टी शुरू से ही जातीय जनगणना की पक्षधर रही है। पूर्व मंत्री ने कहा कि वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में प्रधानमंत्री के साथ हुई सर्वदलीय बैठक में खुद भाग लिया था।

पूर्व मंत्री मुकेश सहनी नाराज:

पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि पीएम के साथ हुई सर्वदलीय बैठक में वे गये थे, लेकिन राज्य में हो रहे सर्वदलीय बैठक में वीआईपी को नहीं बुलाया जाना समझ से परे है। उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना के पक्ष में हमारी पार्टी हमेशा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ खड़ी रही है। पूर्व मंत्री ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में राज्य के संसदीय कार्य मंत्री और शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी जी को एक पत्र भी लिखा है।

दोनों सदनों से पास हुआ है प्रस्ताव:

मंत्री ने कहा कि बिहार में अलग-अलग सामाजिक वर्ग के कई राजनीतिक पार्टियां प्रतिनिधित्व करती है। ऐसे में सभी राजनैतिक दल जन आकांक्षा का प्रतिनिधित्व करती है। इसलिए विगत चुनाव में जिन राजनैतिक दल को जनसर्मथन प्राप्त हुआ है (भले कोई विधायक ना हो) उनकी राय और विचार इस बैठक में लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे खुद विधान परिषद के सदस्य हैं।जातीय जनगणना से संबंधित प्रस्ताव दोनों सदनों से पास हुआ है।

जातीय जनगणना के पक्षधर है वीआईपी:

वीआईपी चीफ ने माना कि विकासशील इंसान पार्टी का वर्तमान में बिहार विधान सभा में सदस्य नहीं है, लेकिन बिहार विधान परिषद में वे खुद एक सदस्य के रूप में प्रतिनिधित्व करते हैं, इसलिए विकासशील इंसान पार्टी का भी इस बैठक में प्रतिनिधित्व होना चाहिए। वीआईपी नेता का मानना है कि बिहार राज्य के इस महत्वपूर्ण विषय पर सर्वदलीय बैठक में राज्य के सभी दलों के विचार से जातिगत जनगणना पर सकारात्मक पहल होगी।