नई दिल्ली: कई बार यूपीएससी पास करने के लिए लोगों को अपना पूरा जीवन दांव पर लगाना पड़ता है। ये परीक्षा पास करने के लिए उन्हें सालों तक इंतजार भी करना पड़ता है। इसके बावजूद वह अधर में रह जाते हैं और तमाम कोशिशों के बाद भी देश की इस प्रतिष्ठित परीक्षा को पास करने का उनका सपना अधूरा रह जाता है। मगर आज हम आपको एक ऐसी होनहार कैंडिडेटस से रूबरू करवाने जा रहे हैं, जिन्होंने अपनी छोटी से उम्र में ही इस पड़ाव को ना केवल पार कर लिया,बल्कि सफलता का नया इतिहास भी लिख दिया।

जानें कैसे नव्या ने रचा इतिहास
जी-हां हम बात कर रहे हैं 23 साल की नव्या सिंगला की, जिन्होंने पहले ही प्रयास में आईएएस बनकर अपने परिवार का नाम रोशन कर दिया है। चंडीगढ़ निवासी नव्या ने वर्ष 2016 में यूपीएससी सीएसई की परीक्षा दी और पहले ही प्रयास में 102 रैंक लाकर इतिहास रच दिया। उनका मानना है कि इंसान में पहली बार जो जोश और जज्बा होता है, धीरे धीरे वह कम होने लगता है। इसलिए उनका अनुभव है कि पहले प्रयास में पाई गई सफलता का अपना अलग ही मजा होता है।

श्रीराम कॉलेज से की गे्रजुएशन
चंडीगढ़ की रहने वाली नव्या ने 12 तक की परीक्षा वहीं अपने शहर में की। इसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली आ गई और श्रीराम कॉलेज से इकोनॉमिक्स आनर्स में स्नातक किया। इसके तुरंत बाद उन्होंने यूपीएससी करने का मन बना लिया। इसके चलते वह पूरी तरह से तैयारी में जुट गई। नव्या ने अपने सपने को पूरा करने के लिए ना केवल कोचिंग का सहारा लिया, बल्कि जहां से भी जितनी नॉलेज मिल सकती थी, वहां से ली।

न्यूज पेपर का है बहुत महत्व
नव्या ने कहा कि न्यूज पेपर का बहुत महत्व है। यूपीएससी में कई बार न्यूज पेपर के आधार पर ही आपको अच्छे अंक प्राप्त हो जाते हैं। करंट जानकारी के लिए न्यूज पेपर से आपको काफी जानकारी हासिल होती है। यूपीएससी की परीक्षा देने वाले छात्र इसे अपने जीवन का अंग बना लें। वह ये भी कहती हैं कि हर किसी की अपनी जरूरतें होती हैं और उन्हें उन्हीं हिसाब से अपनी तैयारी करनी चाहिए। किसी और को देखकर तैयारी करना कई बार मुश्किल भरा भी साबित हो सकता है।

आंसर लिखने की प्रेक्टिस होनी चाहिए
नव्या ने भी आंसर लिखने का महत्व बहुत ज्यादा बताया है। उन्होंने कहा कि जब आपके द्वारा एकत्रित की गई जानकारी को सही समय में लिखा ही नहीं जा सकेगा तो फिर उसका फायदा क्या होगा। इसलिए आंसर लिखने की प्रेक्टिस बहुत जरूरी है। इसलिए सभी कैंडिडेटस को अपने हिसाब से ही तैयारी करनी चाहिए। किसी अन्य बात की परवाह किए बिना बस अपनी मंजिल को पाने की कोशिश करनी चाहिए। इससे एक दिन सफलता जरूर मिलती है।