पटना. बिहार की सियासत में नीतीश सरकार (Nitish Kumar) के मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा ने फिर जोर पकड़ ली है। विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) के मंत्रिमंडल से बाहर होने के बाद उनकी खाली हुई सीट के साथ-साथ मंत्रिपरिषद में जल्द फेरबदल होने की संभावना जताई जा रही है। उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद (Tarkishore Prasad) ने यह स्पष्ट किया कि मंत्रिमंडल विस्तार कब और कैसे होगा।

न्यूज़ 18 से बातचीत में तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि राष्ट्रीय नेतृत्व से मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बातचीत की जा रही है। पिछले दिनों बोचहां विधानसभा उपचुनाव और जगदीशपुर में विजयोत्सव कार्यक्रम में पार्टी की व्यस्तता थी। लेकिन अब जल्द ही राष्ट्रीय नेतृत्व से बातचीत कर मंत्रिमंडल विस्तार पर निर्णय ले लिया जाएगा। मुकेश साहनी के हटने के बाद उनकी सीट खाली है। राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देश के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
नीतीश सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में सबसे ज्यादा फेरबदल बीजेपी कोटे के मंत्रियों की हो सकती है। सूत्र बताते हैं कि बीजेपी नेतृत्व अपने कोटे के मंत्रियों के कामकाज का आकलन कर चुकी है और कुछ मंत्रियों के काम से संतुष्ट नहीं है। वैसे मंत्रियों की छुट्टी की जा सकती है। साथ ही कुछ मंत्रियों की सेहत का हवाला देकर भी उनकी जगह नए चेहरों पर पार्टी दांव लगा सकती है।

मंत्रिमंडल विस्तार में जेडीयू की तरफ से कोई बड़ा फेरबदल होने की संभावना कम है। लेकिन माना जा रहा है कि एकाध चेहरे को जेडीयू फेरबदल कर सकती है जो जेडीयू के समीकरण के लिहाज से फिट बैठता है। और यह फेरबदल भी कामकाज के प्रदर्शन पर ही किया जा सकता है।
मंत्रिमंडल विस्तार की बडी बजह मुकेश सहनी हैं जिनकी सरकार से बर्खास्तगी के बाद बीजेपी उनकी जगह किसी और को मंत्री बनाने की तैयारी कर रही है। माना जा रहा है कि मुकेश सहनी के असर को कम करने के लिए उसी सामाजिक समीकरण के नेता को मौका दे सकती है।