मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने राज्यपाल के पास सरकार बनाए जाने का दावा पेश किए जाने के बाद यह कहा कि समाज में विवाद पैदा करने की जो कोशिश हो रही थी, वह मुझे अच्छा नहीं लग रहा था। भाजपा से संबंध तोडऩे की यह मुख्य वजह रही। हमारे दल के सभी लोगों की यह राय थी कि भाजपा से संबंध खत्म किया जाए। पत्रकारों से बातचीत के क्रम में उन्होंने यह बात कही।

तब हम बनना नहीं चाहते थे सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो परिस्थितियां उत्पन्न हो गई थीं, वह अच्छा नहीं लग रहा था। विधानसभा चुनाव में जब हमारी सीटें कम हो गई थीं, तब हमने मन बनाया था कि हम मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे पर भाजपा ने जोर देकर हमें मुख्यमंत्री बनाया। हम बनना नहीं चाहते थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब सात पार्टी एक साथ मिलकर बिहार के विकास के लिए काम करेगी। महागठबंधन के लोग एक साथ मिलकर लोगों की सेवा करेंगे। हमने सभी लोगों के हस्ताक्षर के साथ राज्यपाल को सरकार के गठन का पत्र दे दिया है। अब यह राज्यपाल के ऊपर है कि हमें कब बुलाएं। हमने उन्हें जल्दी से बुलाने को भी कहा है। भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इससे कोई समझौता नहीं होगा। अब हम सभी मिलकर इस पर काम करेंगे।

सोनिया और राहुल ने नीतीश को दी बधाई
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने नीतीश कुमार को बिहार में महागठबंधन का नेता चुने जाने और मुख्यमंत्री पद के लिए शुभकामनाएं दी हैं। महागठबंधन दल की बैठक होने के कुछ देर बाद ही राहुल गांधी ने फोन पर मुख्यमंत्री को बधाई दी। इसके बाद सोनिया गांधी ने बधाई दी। नीतीश कुमार ने दोनों नेताओं को कांग्रेस के सहयोग लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कांग्रेस के सहयोग से बिहार प्रगति के पथ पर निरंतर बढ़ता रहेगा। सोनिया राहुल के साथ ही राज्य सभा सदस्य और वरिष्ठ कांग्रेस नेता डा. अखिलेश प्रसाद सिंह ने भी नीतीश कुमार को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।