पटना मेट्रो के डिपो का निर्माण 76 एकड़ जमीन पर किया जाना है। यह डिपो पहाड़ी और रानीपुर मौजे की 76 एकड़ जमीन पर बनेगा। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने उक्त जमीन पर निर्माण की मंजूरी दे दी है। डीएम ने कहा कि डिपो का निर्माण टर्मिनल स्टेशन आईएसबीटी के पास पहाड़ी और रानीपुर मौजे की जमीन पर बनाया जानाउपयुक्त है। उक्त जगह पर जमीन अधिग्रहण नी 726 करोड़ रुपए खर्च होंगे। डीएम ने कहा कि दूसरी जगह पर डीपो बनवाए जाने पर निर्माण की लागत बढ़ जाएगी। बताया कि प्रस्तावित डिपो से दो किलोमीटर दूर अब्दुल्लाह और बैरिया मौजे में डिपो बनाना या सोहगी, एतवाारपुर, रूपशपुर मौजे में डिपो बनाया जाना व्यावहाारिक नहीं है। यहां जमीन अधिग्रहण में समस्या आएगी।

मेट्रो निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण पूरा
डीएम ने बताया कि मेटो निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण का काम पूरा हो गया है। जिला प्रशासन के भू-अर्जन कोषांग द्वारा 60 दिनों में 650 आपत्तियों का दावा-आपत्ति का निदान कर लिया है। अब मेट्रो डिपो के लिए करीब 76 एकड़ जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया फाइनल हो चुकी है। इसमें 50.59 एकड़ जमीन पहाड़ी, जबकि 25.35 एकड़ जमीन रानीपुर मौजे की है।

जल्द पूरा होगा अंडरग्राउंड पटना मेट्रो का काम
पटना में निर्माणाधीन अंडरग्राउंड मेट्रो का जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। फिलहाल मलाही पकड़ी से पहाड़ी तक पटना मेट्रो रेल का निर्माण चल रहा है। मेट्रो रेल एलाइनमेंट कॉरिडोर एक और कॉरिडोर 2 के निर्माण में तेजी आ गई है। दो दिन पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना मेट्रो के निर्माण कार्य का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को अंडरग्राउंड मेट्रो का काम जल्द पूरा करने के निर्देश दिया। इधर, अशोक राजपथ में मेट्रो का निर्माण शुरू कर दिया गया है। पटना विश्वविद्यालय की ओर से निर्माण कार्य शुरू हुआ है। फिलहाल मिट्‌टी की खुदाई की जा रही है।

जाईका से जल्द मिल सकता है ऋण
पटना मेट्रो के लिए जल्द ही जापान इंटरनेशनल कॉरपोरेशन एजेंसी (जाईका) से ऋण को हरी झंडी मिल सकती है। जापानी प्रधानमंत्री के भारत आगमन और यहां निवेश प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई सकारात्मक बातचीत के बाद इसकी उम्मीद बढ़ी है। जाईका से मिलने वाले पैसे से ही पटना मेट्रो का आधे से अधिक काम होना है। ऐसे में ऋण की स्वीकृति मिलते ही पटना मेट्रो के काम में बड़े स्तर पर तेजी आने की उम्मीद है। मेट्रो के सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्राथमिकता में पटना समेत देश के अन्य शहरों में बन रहे मेट्रो का काम भी है। पिछले दिनों हुई बैठक के दौरान जापान की वित्तीय मदद से बन रहे इन प्रोजेक्ट में उन्होंने खुद दिलचस्पी लेकर पहल की है।

13925 करोड़ रुपए से हो रहा निर्माण
पटना मेट्रो प्रोजेक्ट निर्माण की कुल लागत करीब 13,925 करोड़ है। इसमें केंद्र और राज्य सरकार की हिस्सेदारी 20-20% है जबकि 60% राशि वित्तीय संस्थानों से सॉफ्ट लोन के रूप में लिया जाना है। पिछले साल अक्टूबर 2021 में जाईका इंडिया की टीम की ओर से पटना मेट्रो का साइट भ्रमण किया जा चुका है। नवंबर में जाईका के जापान मुख्यालय की ओर से पटना मेट्रो का फैक्ट फाइंडिंग सर्वे भी किया जा चुका है।

जाईका फंड से होने वाले महत्वपूर्ण काम

  • मीठापुर रैंप से पटना चिड़ियाघर तक भूमिगत कॉरिडोर का काम
  • पटना चिड़ियाघर स्टेशन से पाटलिपुत्र स्टेशन तक भूमिगत कॉरिडोर
    *भूमिगत स्टेशनों के लिए लिफ्ट, एलिवेटेड व एस्केलेटर का काम
    *मेट्रो की कोरिडोर-एक और कोरिडोर-दो के रोलिंग स्टॉक का काम
    *कोरिडोर एक व दो के सिग्नल और टेलिकॉम का काम