लोक आस्था के महापर्व छठ जल्द ही शुरू होने वाला है। इसबार पांच अप्रैल को पुरानी संझत (नहाय-खाय) और छह को लोहंडा है। सात को पहला अर्घ्य और आठ को उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पण कर पारण के साथ ही महापर्व की समाप्ति होगी।

चैती छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के साथ संपन्न होता है।इस दिन छठी मइया की पूजा अर्चना की जाती है और आराध्य देव भगवान भाष्कर को अर्घ्य अर्पण कर सुस्वस्थ, दीर्घायु परिवार और समाज होने की कामना की जाती है।

आपको बता दें कि जिस प्रकार नवरात्रि साल में दो बार मनाई जाती हैं, उसी प्रकार छठ पूजा भी साल में दो बार मनाई जाती है। पहली दिवाली के बाद वाली छठ और दूसरी चैत्र मास में नवरात्रि के समय मनाई जाने वाली छठ पूजा।