बिहार में जतीन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को बेहद आसान बना दिया गया है। इस नई प्रक्रिया पर अमल से रजिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट से दलाली पूरी तरह समाप्त हो जायेगी। जमीन खरीदने और बेचनेवाले लोग वकी, कातिब और दलालों के बिना बहुत आसानी से अपनी जमीन की रजिस्ट्री करा सकेंगे। अच्छी बात यह है कि सिर्फ दलाली ही नहीं बल्कि इस पूरी प्रक्रिया में सरकारी हेल्प की कोई फीस नहीं होगी। बिना फीस ही अब आम लोग बनवा सकेंगे जमीन रजिस्ट्री के दस्तावेज। इसके लिये आई हेल्प यू बूथ के नाम से पांच काउंटर खोला गया है।

बताया गया है कि भूमि क्रय-विक्रय का मॉडल डीड बनाने वालों की सुविधा के लिए छज्जूबाग स्थित जिला निबंधन कार्यालय में “मे आई हेल्प यू” बूथ पर पांच काउंटर खोले गये हैं। यहां दस्तावेज तैयार करने के लिए अलग से कोई शुल्क नहीं देना होता है। मॉडल डीड बनाते समय आधार कार्ड, पैन कार्ड, खरीदार और विक्रेता का मोबाइल नंबर देना होगा। साथ ही संपत्ति के ब्योरे में जोन, मौजा, खाता संख्या, खेसरा नंबर, जमाबंदी नंबर, रकबा, चौहद्दी के साथ जमीन का प्रकार भी देना होगा।

अब तक जमीन की खरीद-फरोख्त के दस्तावेज तैयार कराने के लिए कातिब, वकील या अन्य जानकार से संपर्क करना पड़ता था। लेकिन अब किसी निजी व्यक्ति की जरूरत नहीं है। पंजीकरण कार्यालय में हेल्प यू बूथ पर जाकर अब खरीदार व विक्रेता दस्तावेज तैयार कर निर्धारित शुल्क का भुगतान कर अपना पंजीकरण करा सकेंगे।

इधर, मुख्य सचिव आमिर सुभानी ने सोमवार को राज्य के सभी हवाईअड्डों पर चल रहे विकास कार्यों की जानकारी लेने के लिए समीक्षा बैठक की। बैठक में पटना, गया, दरभंगा, बिहटा, भागलपुर, पूर्णिया, मुंगेर, मुजफ्फरपुर हवाई अड्डों के विकास पर चर्चा हुई. संबंधित विभागों के आला अधिकारियों और संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों ने मुख्य सचिव को संबंधित हवाई अड्डों के विकास कार्यों की जानकारी दी। पटना हाईकोर्ट के निर्देश पर मुख्य सचिव ने बैठक बुलाई थी। बैठक में कैबिनेट विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय कुमार भी मौजूद थे।