पटना. बिहार में कोरोना संक्रमण की गति तेज हो गई है. सोमवार को 38 मरीज मिलने के साथ ही जहां सक्रिय मामलों की संख्या बढ़ 174 पहुंच गई है वहीं पॉजिटिविटी रेट 0.11% तक बढ़ गई है. बता दें कि एक हफ्ते पहले पॉजिटिविटी रेट 0.02% से नीचे था. रविवार से सोमवार शाम तक 24 घंटों में पटना में भी पॉजिटिविटी रेट 0.29% से बढ़कर 0.79% हो गया है. कोरोना की चौथी लहर की आशंका के बीच जहां नीतीश सरकार अलर्ट मोड में आ गई है, वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार पर असहयोग का आरोप लगाया है.

बता दें कि कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कोरोना पर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. इस दौरान राज्य सरकार ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार द्वारा कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध नहीं करायी जा रही है. सरकार ने साफ किया है कि राज्य सरकार अपनी तरफ से कोरोना वैक्सीन खरीदकर लोगों का टीकाकरण जारी रखेगी.

समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ साथ उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सह वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार मौजूद थे. बैठक के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए.

मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र की सरकार कोरोना वैक्सीन उपलब्ध नहीं करा रही है, जिसकी वजह से बिहार सरकार अपने खर्च पर कोरोना वैक्सीन ख़रीद कर लोगों का टीकाकरण कराएगी. वहीं, भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर लोग मास्क का प्रयोग करने की सलाह दी गई है. सीएम ने निर्देश देते हुए अधिकारियों से कहा कि सभी को अलर्ट और एक्टिव रहना होगा. कोरोना के बढ़ते मामले को ध्यान में रखते हुए पूरे राज्य में और अधिक टेस्टिंग कराएं.

मुख्यमंत्री ने अस्पतालों में मरीजों के इलाज की पूरी व्यवस्था रखने, अस्पतालों में सभी प्रकार की दवाओं एवं उपकरण उपलब्ध रखने एवं ऑक्सीजन की उपलब्धता भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. इसके साथ ही राज्य के सभी अस्पतालों में मॉक ड्रिल कराने के भी निर्देश सीएम ने दिए.

समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के कुछ राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. पिछले दो-तीन दिनों से बिहार में भी कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं. बिहार में अभी भी प्रतिदिन कोरोना की बड़ी संख्या में टेस्टिंग हो रही है. अभी पूरे देश में कोरोना की जितनी जांच हो रही है, उसकी एक तिहाई जांच बिहार में हो रही है.

सीएम ने बताया कि देश में 10 लाख की आबादी पर कोरोना की औसत जांच 6 लाख के करीब है, जबकि बिहार में 10 लाख की आबादी पर कोरोना की औसत जांच 8 लाख से ज्यादा हो रही है. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को पूरे राज्य में अधिक से अधिक जांच कराने और अस्पतालों में मरीजों के इलाज की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.