हर इंसान को अपने जीवन मे कभी न कभी विपरीत परिस्थितियों का सामना करना ही होता है लेकिन कुछ लोग इन परिस्थितियों को देखकर इतना घबरा जाते है कि अपना वजूद, अपना सपना, अपना अधिकार सब भूल जाते है परन्तु कुछ ऐसे भी होते है जो विपरीत परिस्थितियों के दौरान भी अपना हौसला बुलंद रखते है, और उसी हौसलें को अपनी मजबूती बनाकर तुफानो से लड़कर अपनी मंजिल प्राप्त कर लेते है। आज हम एक ऐसी की लड़की के बारे में बात करेंगे, जिन्होंने इलायची के खेतों में काम करते हुए अपने मन मे अपने लगन और अपने आत्मविश्वास के बदौलत पहले ही अटेम्प्ट में केरल PSC की परीक्षा पास कर ली और समाज मे एक मिसाल पेश कर दिया।
मजदूरी से अफसर बनने का सपना कैसे किया तय
हम जिस होनहार और काबिल लड़की की बात कर रहे है, उनका नाम सेल्वाकुमारी एस (Selvakumari S) है। जिनकी उम्र अभी 28 वर्ष है। आपको बता दें कि, सेल्वाकुमारी केरल (Kerala) के वंदिपेरियर (Vandiperiyar) के छोट्टूपारा (Chottupara) गांव की रहने वाली है। बचपन मे ही इनके पिता ने इनकी मां और इनको छोड़ दिया था। आपको बता दें कि, सेल्वाकुमारी की दो छोटी बहने थी। इस हालात में इनके मां को परिवार का खर्चा उठाने में बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता था। तीनो बच्चों के पालन-पोषण करने हेतु वो इलायची के खेतों में काम करती थी, इसलिए अपनी माँ के सहायता करने के लिए सेल्वाकुमारी ने भी इलायची के खेतों में काम करना शुरू कर दिया।

मुसीबतों का सामना करते हुए अपनी पढ़ाई पूरी की
बता दें कि, गरीबी की आलम कुछ ऐसी थी कि सेल्वाकुमारी एस (Selvakumari S) और इनका पूरा परिवार दादी के साथ एक ही कमरे में रहता था। इन विषम परिस्थितियों के बाद भी इन्होंने अपनी पढ़ाई में कोई अड़चन नही आने दी। तमिलनाडु के एक स्कूल से प्लस टू पूरा करने के बाद इन्होंने अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई मैथ विषय से गवर्मेंट विमेन्स कॉलेज, तीरुवनंथपुरम से पूरी की और उन्होंने MPhil में टॉप भी किया था।
मलयालम नही बोलने पर कॉलेज में उड़ता था मजाक
जब सेल्वाकुमारी (Selvakumari S) कॉलेज में पढ़ाई करती थी, उस दौरान मलयालम में नही बोलने के कारण सभी दोस्त उनका मजाक बनाया करते थे लेकिन इन्होंने कभी भी पढ़ाई के सिवाए उनके बातों पर ध्यान नही दिया और आखिरकार उनकी मेहनत ने रंग दिखा ही दिया और उन्होंने अफसर बन समाज मे एक अलख जगाने का काम किया है।