महामारी के चलते दो साल तक बंद देवघर श्रावणी मेले में इस बार 50 लाख श्रद्धालुओं के जुटने की उम्मीद है। पूजा व मेले के दौरान श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिये व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। 14 जुलाई से सावन की शुरुआत हो रही है। 10 जुलाई से कांवड़िये बाबा के दर्शन करने पहुंचेंगे। 29 अस्थाई स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किये जायेंगे।

मंदिर के आसपास ड्रोन से नजर रखी जायेगी। इधर सावन के देवघर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिये पटना से बांका होते हुए सुल्तानगंज के लिये 40 बसें चलेंगी। 12 जुलाई से गांधी मैदान स्थित बांकीपुर बस डिपो से 15 और बैरिया स्थित पाटलिपुत्र अंतरराज्यीय बस टर्मिनल से 25 श्रावणी मेला विशेष बसें चलेंगी।

इन बसों से करीब ढाई हजार श्रद्धालु जा सकेंगे। बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन के जिलाध्यक्ष चंदन सिंह के मुताबिक यात्री redbus.com पर ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से एडवांस टिकट बुक कर सकते हैं। स्लीपर सीट की बुकिंग नहीं होगी। कंवर को स्लीपर सीट पर रखा जाएगा। पटना से बांका का किराया 450 रुपये प्रति व्यक्ति होगा। मेला क्षेत्र में 29 अस्थाई स्वास्थ्य केंद्र बनाये जा रहे हैं। इनमें डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी तैनात रहेंगे। सदर अस्पताल में बनेगा ट्रॉमा सेंटर श्रद्धालुओं के लिये आईसीयू, वेंटिलेटर की व्यवस्था की जायेगी।

देवघर में कांवरियों को गर्मी का अहसास नहीं होगा। गर्मी से राहत के लिये भक्तों पर इंद्र वर्षा और वरुण वर्षा की वर्षा की जायेगी। इस बार श्रद्धालुओं पर ट्रैक्टर से भी पानी छिड़कने की व्यवस्था की जा रही है। जगह-जगह सर्द हवाओं के झोंके से कांवड़ियों को राहत मिलेगी। पहली बार क्यूआर कोड या ऑनलाइन से करेंगे भक्त दान: मंदिर न्याय समिति ने कहा है कि जो लोग दान करना चाहते हैं या स्टाल लगाना चाहते हैं उन्हें क्यूआर कोड या ऑनलाइन भुगतान करना होगा। इसके बदले में एक कूपन मिलेगा।

कांवड़िया पथ पर महीन बालू बिछाई जा रही है, जिससे श्रद्धालुओं के पैरों को राहत मिले। मंदिर से नेहरू पार्क, क्यू कॉम्प्लेक्स, जलसर रोड, बीएड कॉलेज, नंदन पहाड़ तक पंडाल बनाये जा रहे हैं।