आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने ऐलान किया है कि वह जल्द अपने पिता से मिलकर पार्टी से इस्तीफा दे देंगे. तेज प्रताप ने अपने इस फैसले को लेकर सोमवार शाम को ट्वीट किया और कहा कि उन्होंने हमेशा अपने पिता के नक्शे कदम पर चलने का काम किया है और पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं का सम्मान किया है और वह जल्द वह अपने पिता से मिलकर पार्टी से इस्तीफा देंगे.

तेज प्रताप ने पार्टी से इस्तीफा देने का फैसला दरअसल उस दिन किया है जब सोमवार दोपहर युवा आरजेडी के पटना महानगर अध्यक्ष रामराज यादव ने तेज प्रताप के ऊपर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास 10, सर्कुलर रोड में बंधक बना नंगा करके पीटने का आरोप लगाया. रामराज यादव ने तेजप्रताप पर आरोप लगाया कि बीते शुक्रवार को जब राबड़ी देवी के आवास पर इफ्तार पार्टी दी गई थी तो उसी दौरान तेज प्रताप ने उन्हें एक कमरे में बंद किया और फिर नंगा करके उनकी पिटाई की और इस पूरी घटना का वीडियो भी बना लिया.

रामराज यादव का आरोप है कि इस दौरान 18 मिनट के अंदर तेज प्रताप ने 500 से ज्यादा बार अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव और आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को भद्दी भद्दी गालियां देते रहे. रामराज ने कहा कि तेज प्रताप यादव ने अपने पिता को भी नहीं बख्शा और इस दौरान लालू प्रसाद को लेकर भी अपशब्द कहते रहे. इसी घटना से आहत हो रामराज यादव ने सोमवार को आरजेडी दफ्तर पहुंचकर अपना इस्तीफा सौंप दिया. 

वहीं, अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर तेज प्रताप ने आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, पार्टी एमएलसी सुनील सिंह और तेजस्वी यादव के राजनीतिक सलाहकार संजय यादव पर उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया.बता दें कि, ऐसा पहली बार नहीं है कि तेज प्रताप ने जगदानंद सिंह, सुनील सिंह और संजय यादव के ऊपर उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है. दरअसल, लालू परिवार में दोनों भाइयों तेज प्रताप और तेजस्वी के बीच सत्ता संघर्ष काफी दिनों से चल रहा है और इसी कड़ी में इस नए घटनाक्रम के जरिए दोनों भाइयों के बीच में एक बार फिर से तलवारें खिंचती नजर आ रही हैं.