बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) यानि जेडीयू ने गुरुवार को इफ्तार (Iftar) पार्टी दी। इस दावत में विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) और तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) भी पहुंचे। नीतीश कुमार ने दोनों की आगवानी की। नीतीश ने तेज-तेजस्वी को शॉल पहनाया।

यही नहीं जब दावत के बाद तेज और तेजस्वी पटना स्थित हज भवन से निकलने लगे तो सीएम बाहर तक छोड़ने आए। खास बात ये भी रही कि जब तेजप्रताप यादव दावत से निकलते वक्त पीछे रह गये तो फिर नीतीश कुमार ने उनके आने का इंतज़ार किया।
इस बीच जेडीयू नेताओं ने चौंकाने वाला बयान दिया है। पूर्व सांसद अली अशरफ फातमी और बांका से जेडीयू के सांसद गिरधारी यादव ने कहा कि चाचा भतीजा एक हो जाएं तो बिहार के लिए बेहतर है। अशरफ फातमी ने कहा कि बिहार के हित में नीतीश ही फैसला लेंगे।
वहीं तेजस्वी यादव ने जेडीयू-आरजेडी की नजदीकी के सवालों पर कहा कि ये गैर राजनीतिक कार्यक्रम है। इसे राजनीति से जोड़कर देखने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने बुलाया इसलिए हम आए।

बता दें कि पिछले दिनों राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की ओर से आयोजित इफ्तार दावत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंचे थे। नीतीश कुमार के दावत-ए-इफ्तार में शामिल होने के बाद जारी सियासी अटकलों और राजद के जनता दल (यूनाइटेड) से फिर जुड़ने की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर तेजस्वी ने कहा था, ‘‘हमारी पार्टी दो से भी अधिक दशकों से इफ्तार और मकर संक्रांति यानी दही चूड़ा का आयोजन करती रही है और हम हमेशा सभी दलों के वरिष्ठ नेताओं को आमंत्रित करते रहे हैं।’’
आरजेडी नेता ने कहा कि यह पूरी तरह से एक पारंपरिक आयोजन था और इसका एकमात्र संदेश शांति, सद्भाव, भाईचारा और सौहार्द्र से निकाला जाना चाहिए। तेजस्वी यादव ने कहा, ‘‘हनमे शुरु से ही यह स्पष्ट कर दिया था कि इसके बारे में राजनीतिक मायने निकालना उस खास अवसर की महत्ता को कमतर करना होगा।’’