हमेशा किसी न किसी कारण से सुर्खियों में रहने वाला तिलकामांझी भागलपुर विश्विद्यालय आज एक बार फिर सुर्खियों में है. यह कहावत झूठी नहीं है कि लोग अपनी मेहनत के बदौलत अपने जीवन में ऊंचा मुकाम हासिल करते हैं।भले ही शुरुआत कितनी भी छोटी क्यों ना हो बड़ा लक्ष्य हासिल करना है तो मेहनत करके उसे हासिल किया जा सकता है। बिहार के भागलपुर के रहने वाले कमल किशोर ने इसे सच साबित कर दिखाया है। कमल किशोर जिस कॉलेज में कभी चपरासी की नौकरी करते थे अब उसी में प्रोफेसर बन गए हैं।

दरअसल, इसी यूनिवर्सिटी में काम करनेवाले एक चपरासी का चयन असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर हुआ है. इस कमाल को देख-सुनकर लोग न केवल आश्चर्यचकित हैं बल्कि उस चपरासी की प्रशंसा करते नहीं थक रहे हैं.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, भागलपुर मुंदीचक निवासी कमल किशोर मंडल तिलका मांझी भागलपुर यूनिवर्सिटी के अंबेडकर विभाग में चपरासी और रात्रि प्रहरी के तौर कार्यरत थे. लेकिन, अपनी लगन और मेहनत से अब उसी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर चुने गये हैं. कमल किशोर की नियुक्ति बिहार राज्य विवि सेवा आयोग के जरिये हुई है. जिसको लेकर भागलपुर तिलकामांझी यूनिवर्सिटी की चर्चा चारों तरफ हो रही है