बोधगया-राजगीर-नालंदा और वैशाली अब एक लूप से जुड़ जाएंगे। सड़क का निर्माण इस तरह किया जा रहा है कि बोधगया से नालंदा-राजगीर होते हुए वैशाली की दूरी कम हो जाएगी। पटना से भी राजगीर की दूरी अब 25 किमी तक कम हो जाएगी। दो नई ग्रीन फील्ड सड़क का इस क्रम में निर्माण किया जाएगा। इस निर्माण के बाद पटना से राजगीर जाने के लिए बख्तियारपुर-रजौली सड़क के उपयोग की जरूरत नहीं पड़ेगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को अपने प्रधान सचिव दीपक कुमार, पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत व सचिव अनुपम कुमार के साथ इस नई परियोजना के प्रस्तावित एलायनमेंट का हवाई सर्वे किया। 

इस तरह बनेगी पटना से राजगीर के बीच नई सड़क

फतुहा के आगे पटना-बख्तियारपुर फोर लेन पर स्थित करौटा से सालेहपुर के बीच सड़क की दायीं ओर सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। इस पथ में आगे बढ़ते हुए नूरसराय से राजगीर के बीच नई ग्रीन फील्ड सड़क बनेगी। इससे पटना से राजगीर की दूरी 25 किमी तक कम हो जाएगी। नई सड़क का भी विकल्प मिल रहा। सालेहपुर में जरूरत के हिसाब से एलिवेटेड सड़क व रोड ओवर ब्रिज का निर्माण कराया जाएगा। 

वैशाली को जोड़ते हुए बन रहा बुद्धिस्ट सर्किट का लूप

बोधगया से राजगीर के बीच फोरलेन सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। यह सड़क नालंदा होते हुए आ रही है। राजगीर से ग्रीन फील्ड सड़क का इस्तेमाल करते हुए पर्यटक पटना के करौटा तक आएंगे। वहां से ताजपुर-बख्तियारपुर पुल करीब है। इस पुल से होते हुए जब वे आगे बढ़ेगे तो ताजपुर के पहले चकलाव शाही से एक नई ग्रीन फील्ड सड़क वैशाली के लिए बनाई जा रही। यह सड़क 50 किमी की है। इस तरह बोधगया-नालंदा-राजगीर और वैशाली एक लूप में आ जा रहे।

डीपीआर की तैयारी, जल्द से जल्द होगा भू-अर्जन

पथ निर्माण विभाग इस प्रोजेक्ट के लिए शीघ्र डीपीआर बनाकर निविदा की कोशिश में है। इसके लिए नालंदा व समस्तीपुर के साथ-साथ पटना जिले के कुछ हिस्से में भू-अर्जन की आवश्यकता होगी। जल्द ही इस सड़क का प्रस्ताव कैबिनेट की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।