कुछ लोगों की संघर्ष और सफलता की कहानियां ऐसी होती है जिसे सुनने के बाद लोगों को लगता है कि यह फिल्मी कहानी है। लेकिन हमारे इर्द-गिर्द रोज ऐसी हजारों कहानियां बन रही है जहां सुविधाओं के अभाव में जीने वाले लोग अपनी मेहनत के दम पर अपना मुकाम हासिल कर रहे हैं। ऐसे ही एक प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने वाले ने एनडीए परीक्षा पास की और अब वह सेना में लेफ्टिनेंट बनेंगे।

राजस्थान के रहने वाले हैं नरेंद्र

राजस्थान के अलवर जिले के गांव पहाड़ी के रहने वाले नरेंद्र ने। वे गोहाना में एक कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर रहे थे। दो दिन पहले एनडीए की परीक्षा का परिणाम आया तो उनकी तो हर्ष का ठिकाना न रहा। उनको 267वीं रैंक मिली है और उनका लेफ्टिनेंट बनने का सपना पूरा होने जा रहा है। नरेंद्र को कंपनी के साथी कर्मचारियों और मकान मालिक ने सम्मानित किया।

बेहद साधारण परिवार से हैं नरेंद्र

नरेंद्र के पिता का अलवर जिले के गांव में 2 बीघा जमीन है जिस पर वे खेती करते हैं। नरेंद्र ने प्रारंभिक पढ़ाई अलवर से पूरी की। फिर उन्होंने जयपुर में प्राइवेट कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर कुछ रुपए जमा किया। उसके बाद उन्होंने चंडीगढ़ में जाकर इंडिया की कोचिंग ली। खर्च चलाने के लिए फिर वे सोनीपत में प्राइवेट गार्ड की नौकरी करने लगे और साथ-साथ अपनी तैयारी भी कर रहे थे।

रात में करते थे गार्ड की नौकरी

साथ ही वे रात में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते रहें। दिन में सुबह आकर 4 घंटे सोते और फिर पढ़ाई करते थे। आखिर अपनी मेहनत के बल पर उन्होंने एनडीए की परीक्षा पास कर ली। उनकी सफलता से उनके मकान मालिक पवन ढिल्लों भी काफी प्रभावित हैं। मकान मालिक के अलावा निजी कंपनी के कर्मचारियों ने भी मिलकर उन्हें सम्मानित किया। कहने वाले ठीक ही कह कर गए हैं कि प्रतिभाएं सुविधाओं की मोहताज नहीं होती।