गंगा नदी पर बना महात्मा गांधी सेतु काफी लंबे समय तक देश का सबसे लंबा पुल था। राजधानी पटना को उत्तर बिहार से जोड़ने वाला 5.75 किमी लंबा यह पुल उत्तर बिहार की लाइफ लाइन है। हालांकि अब अन्य फूलों का भी निर्माण होने लगा है। लेकिन पुल जर्जर हो जाने के बाद इसके पुराने स्ट्रक्चर को तोड़ कर स्टील से नया सुपर स्ट्रक्चर बनाया जा रहा है। वर्तमान में पश्चिमी लेन से परिचालन शुरू है। और पूर्वी लेन पर काम चल रहा है जो लगभग पूरा हो चुका है।

30 मई तक शुरू हो जाएगा परिचालन
निर्माण कार्य पूरा हो जाने पर पटना से हाजीपुर का सफर 15 से 20 मिनट में पूरा हो जाएगा। कोरोना संक्रमण और अन्य समस्याओं के कारण निर्माण कार्य धीमी गति से चल रहा था। लेकिन अब सरकार ने काम में तेजी लाने के लिए निर्माण एजेंसी डाला जिसके बाद उम्मीद जताई जा रही है कि आगामी 30 मई से पूर्वी लेन पर गाड़ियों का परिचालन शुरू हो जाएगा।

निर्माण कार्य अंतिम चरण में
बता दें कि गांधी सेतु के पुराने स्ट्रक्चर को हटा कर नए सुपर स्ट्रक्चर के निर्माण के बाद यह फुल काफी हाईटेक हो जाएगा। इस पुल में अब मोटरसाइकिल और साइकिल से यात्रा करने वाले लोगों के लिए अलग से व्यवस्था होगी। साथ ही पुल के स्पेन में केबलिंग की भी व्यवस्था की गयी है जिसके द्वारा किसी भी तरीके की पाइप लाइन बिछायी जा सकती है। राष्ट्रीय राजमार्ग 30 और 19 से राजधानी पटना को उत्तर बिहार से जोड़ने वाले गांधी सेतु के 46 पाए में से पूर्वी लेन पर 42 स्पेन की सड़क तैयार हो चुकी है। 36 स्पेन की रेलिंग बना ली गई है।